आग बुझाने मे रहे नाकाम, काफी नहीं थे फायर ब्रिगेड के भी इंतेजाम, चली गई 4 बच्चियों की जान, सीएम ने किया मदद का ऐलान, नायब तहसीलदार सस्‍पेंड

खबर उत्तराखंड

त्यूणी: जिला मुख्यालय देहरादून से 180 किलोमीटर सीमांत त्यूणी गेट बाजार के पास लकड़ी व पत्थर से निर्मित तीन मंजिला भवन में भीषण आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। गुरुवार को मकान में लगी भीषण आग की चपेट में आने से कमरे के अंदर खेल रही चार बालिकाओं की दर्दनाक मौत हो गई। दो के शव बरामद कर लिए गए हैं और दो शवों की तलाश जारी है। आग लगने की वजह मकान के अगले हिस्से में खोले गए ढाबे में गैस रिसाव होना बताया जा रहा है। इस दर्दनाक हादसे में जाक्टा निवासी दंपति की एक पुत्री और तीन अन्य बालिकाएं इनके रिश्तेदारों की बताई जा रही है।

मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख की सहायता राशि

मुख्यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी द्वारा मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है। वहीं जिलाधिकारी द्वारा राहत बचाव कार्यों में लापरवाही पर नायब तहसीलदार को निलंबित किया तथा अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को लाइन हाजिर किया गया है। जिलाधिकारी सोनिका ने मृतकों के परिजनों से मिलकर उनको ढांढस बंधाया। जिलाधिकारी की निगरानी में मृतक बालिकाओं के शव को खोजने हेतु एसडीआरएफ व अन्य टीमों द्वारा रेस्क्यू जारी है।

डीजीपी ने दिए मामले की जांच के निर्देश

पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार ने घटना की जांच पुलिस उपमहानिरीक्षक फायर निवेदिता कुकरेती को सौंपी है। घटना की जांच प्राथमिकता के आधार पर 03 दिवस के भीतर संपादित कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की कमी पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सैकड़ों लोगों के साथ त्यूणी-चकराता हाईवे पर धरने में बैठे प्रीतम

सरकारी तंत्र और तहसील स्तर पर आपदा प्रबंधन के इंतजाम अपर्याप्त होने से नाराज पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चकराता विधायक प्रीतम सिंह क्षेत्र के सैकड़ों लोगों के साथ त्यूणी-चकराता हाईवे पर गेट बाजार त्यूणी के तिराए में सड़क पर धरने में बैठ गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन पर आपदा के समय लापरवाही व उदासीनता बरतने का आरोप लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन कर नारेबाजी की।


दो के शव एसडीआरएफ टीम ने बरामद कर लिए

लकड़ी व पत्थर से निर्मित तीन मंजिला मकान में भीषण आग लगने से कमरे के अंदर फंसी चार बालिकाओं में से दो के शव एसडीआरएफ टीम ने बरामद कर लिए। जबकि दो अन्य बालिकाओं के शव तलाशने को सर्च अभियान चल रहा है।

जिलाधिकारी सोनिका, डीआईजी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप कुंवर, एसपी देहात कमलेश उपाध्याय समेत कई अधिकारी त्यूणी पहुंचे और घटनास्थल का मौका मायन किया।

शुक्रवार सुबह चॉपर से पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं चकराता विधायक प्रीतम सिंह अपने गृह क्षेत्र त्यूणी पहुंचे। विधायक प्रीतम सिंह ने घटनास्थल के पास मौजूद गमगीन परिजनों से मुलाकात कर इस हृदय विदारक घटना पर गहरा दुख जताया।

एसपी देहात कमलेश उपाध्याय ने कहा सर्च अभियान में एसडीआरएफ टीम में जली अवस्था में दो बच्चियों के शव बरामद कर उसे राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। जिला प्रशासन के नेतृत्व में एसडीआरएफ टीम दो अन्य बच्चियों के शव तलाशने में जुटी है।

जिलाधिकारी सोनिका ने कहा मकान में आग लगने के सही कारणों की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच के बाद ही घटना की वास्तविक स्थिति का पता चल सकेगा। प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार को फौरी तौर पर कपड़े व अन्य सामान उपलब्ध कराया गया है।

आगजनी की घटना से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। इस दौरान एसडीएम चकराता, एसडीएम ऋषिकेश, एसडीएम देहरादून सदर, सीओ विकासनगर, सीओ ऋषिकेश समेत कई तहसीलों के अधिकारी त्यूणी में मौजूद रहे।

व‍हीं समय रहते आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम उपलब्ध नहीं होने से गुस्साए क्षेत्रवासियों ने घटना स्थल के पास हाइवे पर गुरुवार को हंगामा काटा और फायर बिग्रेड व पुलिस-प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रर्दशन किया।

जानकारी के अनुसार सीमांत तहसील से जुड़े मुंधोल निवासी पूर्व शिक्षाधिकारी सूरतराम जोशी का गेट बाजार त्यूणी के पास लकड़ी व पत्थर से निर्मित पहाड़ी शैली में बना तीन मंजिला मकान है। जिसके एक हिस्से में वह स्वयं रहते हैं और दूसरे हिस्से में किराएदार रहते हैं।

गुरुवार शाम करीब चार बजे ढाबा संचालक पटाला निवासी विक्की चौहान की पत्नी कुसुम कमरे के बाहर वाले हिस्से में खोले गए ढाबे में गैस चूल्हे पर चाय बना रही थी। इस दौरान गैस में रिसाव होने से आग लग गई। देखते ही देखते आग मकान के कमरे में फैल गई। आग के विकराल होने से अंदर कमरे में खेल रही चार बालिकाएं जिंदा जल गईं।

मकान में लगी भीषण आग की चपेट में आने से जाक्टा निवासी किराएदार त्रिलोक सिंह चौहान की 12 वर्षीय पुत्री गुंजन और पटाला निवासी उसके साली की दो पुत्रियां अदिरा उर्फ मिष्टी आयु 6 वर्ष, सेजल उर्फ दीबो आयु 3 वर्ष व विकटाड़ निवासी दूसरी साली की 10 वर्षीय पुत्री रिधि समेत चार बालिकाएं जिंदा जल गईं। इसकी पुष्टि गमगीन स्वजन और उनके रिश्तेदारों ने की है।

इस दर्दनाक हादसे से समूचा इलाका दहल उठा। बताया जा रहा पटाला निवासी कुसुम ने कुछ दिन पहले मकान के अगले कमरे में ढाबा किराए पर लिया था। वह अपने तीन बच्चों के साथ ढ़ाबा चलाने के लिए आई थी। उसके तीनों बच्चे बहन पूनम के कमरे में अंदर खेल रहे थे।

ढाबे से फैली आग की चिंगारी कमरे तक पहुंचने से उसका पुत्र नक्ष बाहर की तरफ निकला। कुसुम बेटियों को बचाने के लिए अंदर कमरे में गई, लेकिन विकराल होती आग की चपेट में आने से वह बुरी तरह झुलस गई।

आग की चपेट में आने से कुसुम, स्वाति, भगत सिंह चौहान व आरिफ समेत चार लोग घायल हो गए। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. नरेंद्र राणा ने कहा गंभीर घायल कुसुम को प्राथमिक उपचार के बाद एंबुलेंस 108 से नजदीकी हायर सेंटर राहेड़ू हिमाचल रेफर कर दिया गया। जबकि सामान्य रुप से घायल तीन अन्य लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

सूचना से पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार और जिलाधिकारी सोनिका के निर्देशन में एसपी देहात कमलेश उपाध्याय व एसडीएम चकराता युक्ता मिश्रा घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। मकान में लगी आग को बुझाने को त्यूणी, मोरी व राहेडू़ से दमकल की तीन गाडि़यां पहुंचीं थीं।

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