देहरादून : भाजपा ने आरक्षण को लेकर कांग्रेस की भ्रमात्मक बयानबाजियों पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है । प्रदेश प्रवक्ता खज़ान दास ने कहा, हमने मातृ शक्ति को उसका संवैधानिक हक दिलवाया है और कांग्रेस आरक्षण समाप्त करने की अफवाह फैला रही है, 51 फीसदी आरक्षण की संवैधानिक बाध्यता तोड़ने के असंवैधानिक वादे कर रही है ।
प्रदेश प्रवक्ता खजान दास ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस बौखलाहट में आरक्षण को लेकर जनता में भ्रम फैलाने का काम कर रही है । उन्होंने पलटवार करते कहा, पूर्व सीएम हरीश रावत हम पर भविष्य में आरक्षण समाप्त करने के झूठे आरोप ऐसे समय लगा रहे हैं जब चंद दिन पहले हमारी ही सरकार ने मातृ शक्ति सशक्तिकरण के लिए 33 फीसदी आरक्षण का ऐतिहासिक बिल संसद से पास कराया । ये तो वो लोग हैं जिनकी सरकारों ने तीन दशक तक इस बिल को लटकाए रखा, भाजपा ने विपक्ष में रहते राज्यसभा से 2010 बिल पास करवाया भी, लेकिन इनकी नियत साफ नहीं थी और सहयोगी विरोधी पार्टियों के विरोध की आड़ में लोकसभा में बिल लेकर ही नही आई । आज ये जितनी भी बातें महिला आरक्षण को लेकर कर रहें हैं, वे सब ये सत्ता मे रहते पूरा कर सकते थे । लेकिन तब कुछ नही किया और आगे भी कभी कुछ नही करने वाले हैं, इसे कांग्रेस शासित राज्यों की हालत से समझा जा सकता है।
उन्होंने कहा, आरक्षण कम करने के आरोप लगाने वालों को हमारा जवाब महिला आरक्षण बिल पास करवाना है । उन्होंने बताया, भाजपा सरकार के शासन में ही नियुक्ति प्रक्रिया में आरक्षण के सभी मानकों का सर्वाधिक पालन किया जा रहा है | हमने ओबीसी और जनजाति आयोग को संवैधानिक आधिकार दिये और आर्थिक रूप कमजोर वर्ग के लिए 10 फीसदी लागू करवाया । संविधानविद्ध रामनाथ कोविद और श्रीमति द्रोपदी मुर्मु को राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित कर देशवासियों को अपने वंचित एवं आदिवासी समाज के सम्मान का मौका दिया |
खजान दास ने कटाक्ष किया कि पूर्व मुख्यमंत्री और अनुभवी नेता होने के बावजूद हरदा, उच्चतम न्यायालय द्वारा आरक्षण के लिए तय 51 फीसदी की सीमा को पार करने की असंवैधानिक दावे कर रहे हैं । पूर्व में बहुत से राज्यों के ऐसे प्रयासो को सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज किए जाने के अनुभव हम सबके सामने हैं और ये सच्चाई हरीश रावत भी जानते हैं । लेकिन ये सिर्फ और सिर्फ जनता में झूठ और भ्रम फैलाकर उनके वोट हासिल करने की उनकी साजिश का हिस्सा है । जिसको लेकर वे और कांग्रेस पार्टी कभी सफल नहीं होने वाले हैं क्योंकि देवभूमि की महान और बुद्धिमान जनता उनपर भरोसा नहीं करती है ।