देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त और भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा है. पत्र में पारदर्शी चुनाव कराए जाने के दृष्टिगत राज्य के डीजीपी को पद से हटाये जाने का अनुरोध किया है. अभी अभिनव कुमार उत्तराखंड के कार्यकारी डीजीपी यानी डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस हैं.
करना माहरा ने डीजीपी को हटाने की मांग की
करन माहरा ने मुख्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन की प्रक्रिया गतिमान है. ऐसे में निर्वाचन आयोग द्वारा उत्तराखंड में 19 अप्रैल को निर्वाचन की तिथि घोषित की जा चुकी है. उनका कहना है कि राज्य के वर्तमान डीजीपी अभिनव कुमार पुलिस महानिदेशक बनने से पूर्व वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रमुख सचिव के रूप में तैनात रहे चुके हैं. ऐसे में सत्ताधारी दल के प्रति निष्ठा में चुनाव की निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है.
अभिनव कुमार हैं उत्तराखंड के डीजीपी
पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता प्रवक्ता गरिमा दसोनी का कहना है कि सिर्फ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ही को नहीं, बल्कि समूचे विपक्ष को यह आशंका है कि प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के निकटवर्ती हैं, और उनकी किचन कैबिनेट के व्यक्ति हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान डीजीपी उत्तर प्रदेश कैडर के हैं. ऐसे में विपक्ष को आशंका है कि चुनाव के नतीजे प्रभावित हो सकते हैं. गरिमा का कहना है कि इसी को लेकर माहरा ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त और भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर उन्हें पद से हटाये जाने का अनुरोध किया है.
चुनाव आयोग हटा चुका है बंगाल के डीजीपी को
गौरतलब है कि सोमवार को ही चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल के डीजीपी समेत छह राज्यों के गृह सचिवों को चुनाव ड्यूटी से हटा चुका है. छह राज्यों के गृह सचिवों में गुजरात, यूपी, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड और हिमाचल प्रदेश के गृह सचिव शामिल हैं.