देहरादून: मौसम विभाग ने उत्तराखंड में रेड अलर्ट जारी किया है. प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है. जिसे देखते हुए रविवार को आपदा प्रबंधन सचिव ने समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने कई बिंदुओं पर अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए हैं. मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद से ही सभी जिलों को पहले ही अलर्ट पर रखा गया है. इसके बावजूद रविवार को भारी बारिश की संभावनाओं के बीच सचिव ने अफसरों से सीधे संवाद किया.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार राज्य के कई जिलों में भारी बारिश जारी है. देहरादून में सुबह से ही मौसम बदला हुआ है. आसमान में बादल भी छाए हुए है. राजधानी में तेज बारिश का सिलसिला जारी है. पर्वतीय जनपदों में भी भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हैं. इन्हीं स्थितियों के बीच उत्तराखंड के आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन रविवार को आपदा प्रबंधन कार्यालय में बैठक लेते हुए विभिन्न तैयारी की समीक्षा करने के लिए पहुंचे.
मौसम विभाग द्वारा आज उत्तराखण्ड के अधिकांश जनपदों में भारी से बहुत भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आईटी पार्क स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (कंट्रोल रूम) से जनपदों की
आपदा प्रबंधन सचिव ने अलग-अलग कई बिंदुओं पर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए साथ ही अलर्ट के दौरान की गई तैयारी के बारे में भी जाना. समीक्षा बैठक के दौरान सचिव आपदा विनोद कुमार सुमन ने स्पष्ट किया कि बारिश के कारण जो मुख्य मार्ग बंद हो रहे हैं. उन पर तेजी से काम किया जाये. कम से कम समय में ऐसे मार्गों को खोला जाए. जिन क्षेत्रों में मार्ग बंद हुए हैं, उसकी जानकारी भी सभी को उपलब्ध कराई जाए ताकि लोगों को कोई दिक्कत ना हो.
नदियों के जल स्तर को लेकर भी विशेष तौर पर नजर रखने के निर्देश दिये हैं. खास तौर पर सूखी नदियों पर भी निगरानी रखने के लिए कहा गया है. इन नदियों के आसपास रहने वाले लोगों को सतर्क करने और जरूरत पड़ने पर इन्हें यहां से हटाने के लिए भी तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं. भारी बारिश को लेकर गलत सूचनाओं सामने आने पर फौरन उसका खंडन करने के लिए भी कहा गया है.राहत एवं बचाव कार्य की तैयारी के साथ ही अब तक हुई बारिश से नुकसान के लिए भी राहत राशि के वितरण पर भी ध्यान देने के लिए कहा गया है. भारी बारिश के कारण जितना भी नुकसान हुआ है. उसके लिए जिन लोगों को राहत राशि को लेकर चिन्हित किया गया है. उन्हें जल्द से जल्द राहत देने के लिए कहा गया है. बारिश के दौरान इंटरनेट की सुविधा और कनेक्टिविटी को सुचारू रखने के निर्देश दिए गए हैं. आपदा प्रबंधन विभाग ने सिर्फ एक नेटवर्क के भरोसे न रहकर वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया है.