देहरादून: उत्तराखंड राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण ने बहुउद्देशीय सहकारी समितियों के चुनाव संबंधित कार्यक्रम जारी कर दिए हैं. जारी के कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश में 21 और 22 नवंबर को चुनाव होंगे. इन चुनाव में पहली बार महिलाओं के लिए 33 फीसदी पदों को आरक्षित रखने की व्यवस्था की गई है.
दरअसल, उत्तराखंड राज्य में करीब 670 से अधिक समितियां हैं, जिसमें पहली बार महिलाओं के लिए 33 फीसदी पद को आरक्षित रखने की व्यवस्था की गई है. सहकारी समितियां के प्रतिनिधियों का चुनाव होने के बाद जिला और राज्य सहकारी समितियां के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों का चुनाव कराया जाएगा.
उत्तराखंड सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण के अध्यक्ष हंसा दत्त पांडे ने बताया कि जो कार्यक्रम तय किया गया है, उसके अनुसार 6 नवंबर को मतदाताओं की अनंतिम सूची जारी की जाएगी. 8 नवंबर को मतदाता सूची पर आपत्तियां ली जाएगी. 11 नवंबर को प्राप्त आपत्तियों पर सुनवाई होगी साथ ही 11 नवंबर को ही अंतिम मतदाता सूची जारी की जाएगी. 11 नवंबर को अंतिम मतदाता सूची जारी होने के साथ ही नामांकन पत्रों की बिक्री भी शुरू हो जाएगी. 13 नवंबर को नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि रखी गई है.
इसके साथ ही 14 नवंबर को नामांकन पत्रों की स्क्रुटनी की जाएगी और साथ में ही आपत्तियों का निपटारा भी किया जाएगा. 16 नवंबर को नाम वापसी की अंतिम तिथि रखी गई है. 16 नवंबर को ही चुनाव चिन्ह भी आवंटित किए जाएंगे. 21 नवंबर को मतदान के साथ ही चुनावी परिणाम की घोषणा की जाएगी.
इसके साथ ही 22 नवंबर को सभापति, उप सभापति और अन्य संस्थाओं को भेजे जाने वाले प्रतिनिधियों के चुनाव को लेकर नामांकन पत्र दिए जाएंगे. इसी दिन नामांकन पत्रों की जांच भी होगी. साथ ही आपत्तियों का निपटारा किया जाएगा. नामांकन पत्रों की जांच की तिथि भी 22 नवंबर ही रखी गई है. 22 नवंबर को ही चुनाव चिन्ह आवंटन कर मतदान भी कराया जाएगा और परिणाम भी घोषित की जाएंगे.