कुमाऊं मंडल में बढ़ रहे जमीन धोखाधड़ी के मामले, कमिश्नर की जनसुनवाई सभा में 220 केस सामने आए

खबर उत्तराखंड

हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल में जमीनी धोखाधड़ी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत की जनसुनवाई सभा में जमीनी धोखाधड़ी संबंधित शिकायतें लगातार सामने आ रही है. जनसुनवाई के दौरान कुमाऊं कमिश्नर पीड़ितों की समस्याओं का भी समाधान कर रहे हैं.

सोमवार को कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत की जनसुनवाई सभा के दौरान एक बार फिर से बड़े पैमाने पर भूमि के धोखाधड़ी के मामले सामने आये. जहां एक बिल्डर ने कुछ लोगों को जमीन तो बेच दी लेकिन अब उन जमीनों की दाखिल खारिज नहीं हो पा रही है.

जनसुनवाई के दौरान 220 लोगों ने शिकायत की

सोमवार को कुमाऊं कमिश्नर के जनसुनवाई कार्यक्रम में मामला उधम सिंह नगर के काशीपुर से सामने आया है, जहां सीतारामपुर के लोग कुमाऊं कमिश्नर कैंप कार्यालय हल्द्वानी पहुंचे. यहां जनसुनवाई के दौरान उन्होंने बताया कि एक बिल्डर से 220 लोगों ने वर्ष 2012 में प्लॉट खरीदे. लेकिन बाद में पता चला कि भूमि सीलिंग की होने के कारण दाखिल खारिज नही हो पाया. इस मामले को लेकर जब बिल्डर से शिकायत की तो बिल्डर उनका पैसा भी नहीं वापस कर रहा है.

कमिश्नर ने जिलाअधिकारी को सौंपी जांच

लोगों की शिकायत सुनने के बाद कुमाऊं कमिश्नर ने पूरे मामले की जांच जिलाधिकारी उधमसिंह नगर को सौंपी है. साथी ही निर्देशित किया है कि सीलिंग की भूमि बेचने पर जांच में तथ्य सही साबित होने पर उक्त बिल्डर के खिलाफ लैण्डफ्रॉड एक्ट में कानूनी कार्रवाई की जाए.

कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने लोगों से अपील की है कि भूमि खरीदने से पहले भूमि की सभी जानकारियां प्राप्त कर लें कि भूमि में किसी प्रकार का लोन व मुकदमा या अन्य विवाद तो नही है. जमीन खरीदे तथा खतौनी की जानकारी राजस्व विभाग के कर्मचारियों से हासिल करने के बाद ही भूमि की खरीद फरोख्त करे.

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