न्यूज़ डेस्क: ब्रिटेन की एक महिला की करतूत के बारे में सुनकर आपका भी खून खौल उठेगा. तीन साल का उसका सौतेला बेटा सिर में गंभीर चोट के साथ फर्श पर पड़ा छटपटा रहा था, लेकिन एंबुलेंस बुलाने की बजाए महिला उसका वीडियो फिल्माती रही. बच्चे ने दो दिन बाद अस्पताल में दम तोड़ दिया. दिल दहला देने वाली यह घटना दो साल पहले की है. महिला को दोषी करार देते हुए कोर्ट ने उसे 15 साल कैद की सजा सुनाई है. डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, 7 अगस्त 2021 को मैन्सफील्ड के पास जैक्सडेल में मासूम हार्वे बोरिंगटन पैरामेडिक्स को बेहोशी की हालत में मिला था. हार्वे के साथ तब घर में उसकी 23 वर्षीय सौतेली मां लीला बोरिंगटन मौजूद थीं. लीला का कहना था कि बच्चा कुर्सी से गिर गया था. चूंकि, वह बोल नहीं पाता था, इसलिए इमरजेंसी कॉल लगाने से पहले उन्होंने पैरामेडिक्स को उसकी हालत दिखाने के लिए वीडियो बनाया था.
लेकिन मेडिकल एक्सपर्ट्स ने लीला की काली करतूतों से पर्दा उठा दिया. हार्वे के सिर में गंभीर चोट के निशान थे. उसके ब्रेन में काफी ब्लीडिंग हुई थी. जांच में यह भी बात सामने आई कि बच्चे की खोपड़ी और हाथ में भी फ्रैक्चर था. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कुर्सी से गिरने की वजह से ऐसी चोट नहीं लगती. फिर चाहे वो बच्चा ही क्यों न हो. उन्होंने शक जताया कि बच्चे को बार-बार तेजी से सिर के बल पटका गया होगा.
हार्वे की दो दिन बाद 9 अगस्त को अस्पताल में मौत हो गई. मासूम की असल मां कैटी होलरॉयड कोर्ट में सुनवाई के दौरान यह कहते हुए रो पड़ीं कि उनके बच्चे को लीली ने बेरहमी से मार डाला. उन्होंने कहा, ‘मेरा सुंदर सा बेटा बोल नहीं पाता था. उसे कितना दर्द सहा होगा.’ सुनवाई में यह भी बात सामने आई कि लीली ने इमरजेंसी नंबर पर कॉल लगाने के बजाए हार्वे के पिता को यह कहते हुए मैसेज किया था कि, मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है? दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद कोर्ट ने लीली को दोषी ठहराते हुए उसे 15 साल की सजा सुनाई है.’