आगरा : पापा ने दहेज दिया है नौकरानी रखने के लिए, खाना बनाने के लिए नहीं। हमे पता था पापा दहेज देंगे, इसलिए खाना बनाना नहीं सीखा। खाना ही बनवाना था तो बिना दहेज की शादी करते। मैं खाना बनाना सीख लेती। तुम बनाओ मुझे भी खिलाओ। पत्नी के दो टूक जवाब ने पति को निरुत्तर कर दिया। वह काउंसलर से पत्नी के अपने और मां के लिए खाना नहीं बनाने की शिकायत कर रहा था। पत्नी इस तरह तपाक से जवाब देगी, उसे उम्मीद नहीं थी। दबी हुई आवाज में बोला कि हमारी कोई डिमांड नहीं थी। मैं खाना बनाने को तैयार हूं, बात को अब आगे मत बढ़ाओ। पुलिस लाइन परिवार परामर्श केंद्र में रविवार को पति-पत्नी के विवाद का मामला काउंसलर के पास पहुंचा था। सदर क्षेत्र निवासी दंपती की शादी को करीब तीन वर्ष हुए हैं। पत्नी ने पति और सास पर दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की थी।
दंपती को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। विवाद की जड़ जानने को काउंसलर ने पति से बातचीत की। पति ने बताया कि वह एक कंपनी में कर्मचारी है। पत्नी फोन पर व्यस्त से रहती है। उनके और मां के लिए खाना तक बनाकर नहीं देती। जिससे रोज विवाद होता है।
पति की बात सुनते ही पत्नी का पारा चढ़ गया। बोली पापा ने लाखों का दहेज इसलिए नहीं दिया है कि वह यहां आकर खाना बनाए। उसने घर में भी बचपन से ही खाना बनाना नहीं सीखा। काउंसर के सामने ही पति से बोली तुम बनाओ और मुझे भी खिलाओ। पत्नी के तेवर देख पति चुप हाे गया। दोनों को अगली तारीख पर काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है।