मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के बिछवां थाना क्षेत्र से अजब-गजब प्रेम कहानी सामने आई है। यहां एक गांव की एक विवाहित महिला अपनी प्रेमी युवती के साथ बीते तीन महीने पहले कहीं चली गई थी। जिनकी गुमशुदगी दोनों के परिजनों ने थाने में दर्ज कराई थी। जब दोनों लापता महिलाओं को पता चला कि पुलिस में रिपोर्ट दर्ज हुई तो वह दोनों थाने आ गयीं। इसके बाद परिजनों को भी बुलाया गया पर विवाहिता अपने पति के साथ जाने को तैयार नहीं हुई और अपनी सहेली के साथ नोएडा चली गई।
3 बच्चों के साथ घर से भागी थी युवती और सहेली
बताते चलें कि गांव नेकपुरा निवासी वंदना पुत्री अशोक कुमार की दोस्ती कुरावली थाना क्षेत्र के गांव हविलिया निवासी खुशबू पत्नी संजीव कुमार से हो गई थी। अक्सर वंदना बाइक से खुशबू से मिलने उसके गांव हविलिया आती जाती थी। अपने साथ ही उसे बाजार कराने ले जाती थी। धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती बहुत गहरी हो गई। युवती का आना-जाना और ये दोस्ती खुशबू के पति संजीव को पसंद नहीं थी। इस बात को लेकर हमेशा पति पत्नी के बीच झगड़ा होता रहता था। बीती 27 अप्रैल को खुशबू अपने तीन बच्चों शालू (11 वर्ष), कनक (8 वर्ष) और आर्यन (7 वर्ष) के साथ घर से गुम हो गई थीं। वहीं उसी दिन वंदना भी अपने घर से गायब हो गई।
महिला ने पुलिस को बताई अपनी कहानी
इसके बाद वंदना की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके पिता ने थाने में दर्ज कराई और 29 अप्रैल को खुशबू के पति संजीव कुमार ने भी पत्नी और बच्चों की गुमशुदगी थाने में दर्ज कराई। थाना पुलिस छानवीन में लगी हुई थी। परिजनों को शंका थी कि ये दोनों साथ-साथ ही है। शुक्रवार की सुवह वंदना व खुशबू बच्चों के साथ अचानक थाना पहुंची और पुलिस को सारी कहानी बतायी। खुशबू का कहना था कि उसका पति उसके साथ मारपीट करता था। इसी से तंग आकर वह अपनी सहेली वंदना के साथ जनपद नोएडा थाना सूरजपुर के मलखपुर चली गई थी। वहां दोनों एक कंम्पनी में काम करके अपनी व बच्चों की गुजर बसर कर रही हैं।
खुशबू ने पति के साथ जाने से किया इंकार
इसके बाद परिजन भी थाना पहुंच गए पर खुशबू ने पति के साथ जाने से इंकार कर दिया और कहा कि मेरा जीना मरना वंदना के साथ ही है। दोनों ने पुलिस को लिखकर दे दिया कि वह अपनी स्वेच्छा से ही गयी थी। बच्चों ने भी खुशबू की बात का समर्थन किया कि पापा मम्मी की मारपीट करते थे। दोनो सहेलियां बच्चों सहित वापस नोएडा के लिए निकल गए। वहीं मैनपुरी से आए हुए परिजन खाली हाथ वापस घर लौट गए।