भोपाल: मध्य प्रदेश के झाबुआ में शर्मनाक करने वाली घटना सामने आई है। झाबुआ के एसडीएम सुनील झा पर आदिवासी छात्राओं के साथ अश्लीलता करने का आरोप लगाया गया है। एसडीएम सुनील झा सरकार द्वारा संचालित आदिवासी छात्रावास का औचक निरीक्षण करने गए थे। छात्राओं ने आरोप लगाया है कि एसडीएम ने उनकी कमर में हाथ डाला, जबरन किस किया और जबरदस्ती गले लगाने की कोशिश की। छात्राओं का कहना है कि एसडीएम ने पीरियड्स को लेकर भी आपत्तिजनक सवाल किए।
झाबुआ के एसडीएम सुनील झा छात्रावास की लड़कियों छेड़खानी के आरोप में गिरफ़्तार का कोर्ट में पेश किये गये @ABPNews pic.twitter.com/yK3gJcDAvz
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) July 11, 2023
हॉस्टल के वार्डन की शिकयत पर झाबुआ पुलिस ने FIR दर्ज कर आरोपी एसडीएम सुनील झा को गिरफ्तार लिया। पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया जिसके बाद आरोपी को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। झाबुआ के डीएम पवन कुमार शर्मा को जब इस बात की खबर लगी तो उन्होंने एसडीएम सुनील झा को मध्यप्रदेश शासन सिविल सेवा नियम 1965 के तहत बर्खास्त कर दिया। डीएम पवन कुमार शर्मा ने बताया कि एसडीएम सुनील झा झाबुआ में स्थित अनुसूचित जनजाति कन्या आश्रम में निरीक्षण करने गए थे।
डीएम पवन कुमार शर्मा ने मीडिया से बताया कि सुनील झा निरीक्षण के दौरान छात्राओं के साथ अश्लील ढंग से पेशा आए। जैसे ही उन्हें इस मामले की जानकारी मिली तो एसडीएम सुनील झा को बर्खास्त कर दिया गया। झाबुआ के पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने बताया कि छात्रावास वार्डन की शिकायत पर एसडीएम सुनील झा के खिलाफ 354, 354A, पॉक्सो एक्ट और अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम के तहत केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।