देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत नमामि गंगे के प्रोजेक्ट में हुए हादसे में मारे गए 16 लोगों के परिजनों और घायलों से मिलने के लिए गोपेश्वर पहुंचे. इसी बीच उन्होंने कहा कि घायलों के चेहरे पर अब भी भय की छाया दिखाई दे रही है. उनको विश्वास नहीं हो रहा है कि जहां उनके साथ खड़े 16 लोग बिजली के करंट लगने से कालकल्वित हो गए, उसमें वो कैसे बच गए.
आज #चमोली में करंट लगने से घायल हुए लोगों का गोपेश्वर हॉस्पिटल पहुंचकर उनका हाल-चाल जाना एवं हादसे में कालकल्वित हुये लोगों के परिजनों से भेंट की।
चमोली में हुई अत्यंत हृदय विदारक दुर्घटना के संबंध में कांग्रेस नेतागणों के साथ चमोली जिलाधिकारी श्री हिमांशु खुराना जी, ..1/2 pic.twitter.com/Rc8ueKH43f— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 19, 2023
तमाम कांग्रेस नेता रहे मौजूद
हरीश रावत ने कहा कि मन बहुत विचलित था, लेकिन कर्णप्रयाग डाक बंगले में कुछ लोग मुझसे मिलने आये. जिसमें एक प्रशासनिक अधिकारी भी थे. उन्होंने मुझे बताया कि यहां गांव-गांव तक सफेद नशा पहुंच गया है. दूर-दराज के गांवों में किस तरीके से नशे की लत में लड़के और कुछ मामलों में लड़कियां भी फंस गई हैं. इसी बीच उनके साथ मुकेश नेगी, पूर्व प्रमुख कमल सिंह रावत और चमोली नगर अध्यक्ष आदि लोग मौजूद रहे.
पूर्व विधायक श्री @ManojRawatINC जी, श्री मुकेश नेगी, पूर्व प्रमुख कमल सिंह रावत, चमोली नगर अध्यक्ष आदि लोग मौजूद रहे।https://t.co/f7A7Fq04QQ#uttarakhand @pushkardhami @INCIndia @INCUttarakhand
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 19, 2023
नशे के खिलाफ लड़नी होगी सामूहिक लड़ाई
उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा कि मुझे नींद नहीं आ रही है, बड़ी बेचैनी हो रही है, क्योंकि जिस राज्य को लोगों ने कितने ख्वाबों के साथ बनाया और उसके लिए बलिदान भी दिया, वह राज्य अगर नशे की लत का शिकार हो जाएगा, तो उसकी युवा पीढ़ी नशे की गर्त में डूब जाएगी. जिससे राज्य की सारी तरक्की निरर्थक है. उन्होंने आगे लिखा कि नशे के खिलाफ फिर से राज्य को एक सामूहिक लड़ाई लड़नी चाहिए. हम इस लड़ाई में केवल सरकार की ओर नहीं देख सकते हैं, सामाजिक चेतना जब तक गांव-गांव में पैदा नहीं होगी और नशे के सौदागरों के खिलाफ जब तक कठोर कार्रवाई नहीं होगी. राज्य का भविष्य यानी नई पीढ़ी को बचाना कठिन हो जाएगा.
करीब मध्य रात्रि का समय है, मैं #कर्णप्रयाग में हूं। अपराहन् में हम चमोली में #नमामि_गंगे के प्रोजेक्ट में हुये हादसे में मारे गए 16 लोगों के परिजनों और घायलों से मिलने..https://t.co/A9iizgIiIe.बचाना कठिन हो जायेगा!!#uttarakhand #chamoli @pushkardhami @INCIndia @INCUttarakhand pic.twitter.com/FRhLbHhJyt
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 19, 2023
सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के पास फैल गया था करंट
चमोली में बुधवार को बड़ा हादसा हुआ था. यहां नमामि गंगे प्रोजेक्ट के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के पास करंट फैल गया था. करंट लगने से 16 लोगों की मौत हो गई थी. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर दुख जताया था. उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं. तत्काल प्रभाव से मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषण की गई थी.