उत्तरकाशी: उत्तराखंड के एक स्कूल से अजीब मामला सामने आया। यहां के एक स्कूल में छात्राएं अचानक चीखने-चिल्लाने के बाद बेहोश हो जा रही है। ऐसी सिर्फ एक छात्रा के साथ नहीं हो रहा है, बल्कि 30 से अधिक छात्राओं के साथ इस तरह का मामला सामने आया है। छात्राएं चीखने-चिल्लाने के साथ अजीबोगरीब हरकतें भी कर रही हैं। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है , जानकारी के मुताबिक आपको बता दें की ये कोई भूत-प्रेत का जाल नहीं है, बल्कि ये छात्राएं एक बीमारी से ग्रसित हैं। डुंडा ब्लाक के राजकीय इंटर कॉलेज कमद की 30 से अधिक छात्राएं मास हिस्टीरिया की चपेट में हैं। ये छात्राएं अजीब-अजीब हरकत करने के साथ कभी बेहोश होकर गिर जा रही हैं तो कभी लगातार चिल्ला रही हैं। करीब एक सप्ताह से विद्यालय में इस तरह की घटनाएं हो रही है।
#उत्तरकाशी के राजकीय इंटर कॉलेज कमद में छात्राएं बेहोश होकर अजीब से हरकत करते नजर आए है। जिसकी वीडियो भी सामने आई है जंहा कुछ छात्रा विद्यालय के नए भवन में प्रवेश करते ही बेहोश हो गयी उसके बाद अपने होश में नजर नही आयी। #Uttarakhand pic.twitter.com/XML3cR3OCY
— Anil Dubey (@Anil_dubey01) July 27, 2023
चिल्लाते हुए अजीब हरकत करती रहीं छात्राएं
गुरुवार को भी 12 छात्राएं चिल्लाते हुए अजीब हरकतें करती रहीं। इस संबंध में जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कमद क्षेत्र पहुंचकर छात्राओं के स्वास्थ्य की जांच की। साथ ही उनकी काउंसलिंग भी की गई। वहीं, उत्तरकाशी के मुख्य शिक्षाधिकारी सीएन काला ने कहा कि राइंका कमद में छात्राओं के असामान्य व्यवहार की घटना सामने आई है।
जांच के लिए पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम
राजकीय उप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धौंतरी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. राहुल बिष्ट के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम गुरुवार शाम कमद ठांडी क्षेत्र पहुंची। यहां टीम ने घर-घर जाकर छात्राओं के स्वास्थ्य की जांच की। अभिभावकों ने चिकित्सकों को बताया कि एक सप्ताह पूर्व ही राइंका कमद के नए भवन में कक्षाओं का संचालन हुआ है। इसके बाद से कुछ छात्राओं का व्यवहार असामान्य नजर आ रहा है। वह जमीन में लेटकर रो रही हैं, चीख-चिल्ला रही हैं और कुछ बेहोश भी हो जा रही हैं।
मास हिस्टीरिया की है समस्या
डा. राहुल बिष्ट के अनुसार यह मास हिस्टीरिया की समस्या है। मास हिस्टीरिया एक प्रकार का कन्वर्जन डिसऑर्डर या मानसिक स्थिति है। इसमें भावनात्मक या मानसिक तनाव से प्रेरित शारीरिक लक्षण शामिल होते हैं। कहा कि जिस छात्रा से यह शुरुआत हो रही है, उसे उपचार और काउंसलिंग देने की जरूरत है।