देहरादून: उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामलों के बाद स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना हो गया है प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डेंगू और टाइफाइड की वजह से हालात बिगड़ते जा रहे है। प्रदेश भर में अब तक डेंगू के तकरीबन 600 से ज्यादा मामले आ चुके हैं जिनमें अधिकांश मामले देहरादून जिले से ही है। कुल मामलों में 418 डेंगू के मामले देहरादून जिले से ही है ऐसे में देहरादून के दून और कोरोनेशन अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पताल में बेड खाली नहीं है वहीं प्लेटलेट्स की वजह से भी मरीज को भटकना पड़ रहा है हालांकि सरकार की ओर से प्लेटलेट्स और कई जांचों की दर तय कर दी गई है। लेकिन सरकारी अस्पतालों में सुविधा न मिलने की वजह से मरीजों को प्राइवेट लैब की ओर दौड़ना पड़ रहा है जिस वजह से उन्हें ज्यादा खर्च उठाना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने किए प्लेटलेट्स और जांच के रेट तय
स्वास्थ्य विभाग ने लगातार डेंगू के मामले बढ़ने के बाद प्लेटलेट्स की कीमत तय कर दी है जिसमें बिना आयुष्मान कार्ड भर्ती मरीजों को सिंगल डोनर प्लेटलेट्स के लिए ₹9000 चुकाने होंगे इसके अलावा रैडम डोन प्लेटलेट्स के लिए ₹300 देने होंगे जबकि आयुष्मान मरीजों के लिए यह सुविधा निशुल्क है। निजी अस्पतालों में भी डेंगू मरीज के लिए सिंगल डोनर प्लेटलेट्स के ₹12000 रेडम डोनर प्लेटलेट्स के लिए ₹300 चुकाने होंगे जबकि प्लेटलेट्स की सुविधा आईएमईए ब्लड बैंक और सिटी ब्लड बैंक में भी उपलब्ध है जहां पर भी मरीज को प्लेटलेट्स मिल सकती हैं लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या के बाद यहां भी दिक्कतें खड़ी हो रही है।
स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार ने किया अस्पताल का निरीक्षण
उधर बढ़ते डेंगू के मामले को देखते हुए उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार ने दून अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आशुतोष सयाना और उत्तराखंड की डीजी हेल्थ डॉक्टर विनीता शाह भी मौजूद रही। सचिव स्वास्थ्य डॉ आर राजेश कुमार ने अस्पताल के पैथोलॉजी सेंटर, ब्लड बैंक, डेंगू वार्डों का निरीक्षण करते हुए डेंगू से पीड़ित मरीजों से स्वास्थ्य संबंधित जानकारी ली उन्होंने मरीजों से अस्पताल में मिल रही सुविधाओं को बारे में भी पूछा। सचिव ने निरीक्षण के दौरान अस्पताल में होने वाली विभिन्न जांचों की जानकारी लेते हुए कहा कि यहां होने वाली सभी जांच भी मरीज की सुविधा के अनुसार नियमित रूप से की जाए। डॉक्टर आर राजेश कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में डेंगू और टाइफाइड जैसी बीमारियां तेजी से फैल रही हैं, लिहाजा सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।