देहरादून: देश में इन दिनों दो मुद्दों के कारण राजनीतिक पार्टियों का माहौल गरमाया हुआ है. एक तरफ जहां भारत बनाम INDIA के मामले पर सभी पार्टियों के नेता एक दूसरे पर कटाक्ष कर रहे हैं, वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन का सनातम धर्म पर दिया विवादित बयान चर्चाओं में है. इन दोनों ही मामलों पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
भारत बनाम INDIA मामले पर सीएम धामी की प्रतिक्रिया
दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से रात्रिभोज के निमंत्रण पर मंगलवार को राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया. इस निमंत्रण पत्र पर प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा है, जिसका विपक्षी दलों ने विरोध किया है. विपक्षी दलों का आरोप है कि मोदी सरकार देश के नाम के तौर पर ‘इंडिया’ शब्द को हटाने जा रही है, सरकार की योजना सिर्फ भारत कह जाने को लेकर है. इसी के बाद से सारा विवाद शुरू हुआ.
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says, "…What is a problem with the word 'Bharat'…The kind of statements that the opposition leaders have passed for 'Sanatana Dharma', reflects on their mindset. This shows their mindset for Hindu Dharma as well…None of the senior… pic.twitter.com/AvL4ABWNCU
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 6, 2023
वहीं, इस मामले पर जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि किसी को भारत शब्द से क्या दिक्कत होनी चाहिए? हम सब बचपन से ही भारत माता की जय सुनते आए हैं. ऐसे में किसी को भारत शब्द से इतनी परेशानी क्यो हैं?
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र देश को आगे ले जाने की बात करते हैं या फिर देश की संस्कृति को आगे लाने का काम करते हैं तो उस पर अनावश्यक रूप से इस प्रकार की बातें की जाती हैं. इसके बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन का सनातम धर्म पर दिए विवादित बयान का भी जिक्र किया और इस मामले में कांग्रेस को लपेटा.
उन्होंने कहा जिस तरह से सनातम धर्म के खिलाफ आज बयानबाजी की जा रही है, उस पर कांग्रेस चुप बैठी है. ये निश्चित रूप से विपक्ष की सोच को दर्शाता है. इन बयानों से साफ पता चलता है कि उनकी सनातन या फिर कहें हिंदू धर्म के लिए क्या सोच है. उदयनिधि स्टालिन के बयान पर कांग्रेस के किसी भी बड़े नेता चाहे वो सोनिया गांधी हों या फिर राहुल किसी का बयान नहीं आया है. इससे साफ पता चलता है कि इनके मन में हिंदू धर्म के लिए कोई सम्मान नहीं है.