देहरादून: यूसीसी पूरे देश के लिए नज़ीर साबित होने जा रहा है। धामी के धर्मान्तरण और नकल विरोधी क़ानून से प्रभावित होकर कई बीजेपी शासित राज्य इसे अपने राज्य में लागु करने जा रहे हैँ वहीं ucc लागू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बनने जा रहा है। इस मामले में भी धामी से बीजेपी राज वाले सीएम खासे प्रभावित हैं। कुल मिलाकर धामी की ईमानदारऔर मिस्टर कलीन , सख्त प्रशासक, भ्र्ष्टाचार पर ज़ीरो टोलरेंस, जनता से सीधे जुड़ाव और जनता के मुख्य सेवक की छवि बीजेपी को चुनावों में काफ़ी फायदा पहुंचा सकती है, इसलिए पीएम मोदी और पार्टी आलाकमान चुनावी राज्यों में उत्तराखंड के सीएम धामी का प्रचार में अधिकतम उपयोग कर यह संदेश देना चाहते हैँ कि सत्ता में आने पर या सत्ता बरकरार रहने पर जनता को उसी सुशासन का अनुभव होगा जैसा उत्तराखंड की जनता को धामी राज में हो रहा है।
मध्यप्रदेश और राजस्थान में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने अपनी तैयारियों को अंजाम देना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आगामी दो दिनों तक इन चुनावी राज्यों में दौरा प्रस्तावित किया गया है. यहां वह विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाओं को संबोधित करने के साथ ही यात्रा आदि कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे.
मोदी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल समान नागरिक सहिंता को लेकर उत्तराखंड में धामी सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है. इसके अलावा धर्मांतरण कानून और देश के सबसे सख्त नकल विरोधी कानून को राज्य में लागू कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राष्ट्रीय फलक पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे हैं. माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व भी धामी की राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती स्वीकार्यता को भुनाने में कसर नहीं छोड़ना चाहता. यही वजह है कि अब चुनावी राज्यों राजस्थान एवं मध्यप्रदेश में आगामी दिनों में होने वाले चुनावों के मद्देनजर धामी का दो दिवसीय दौरा इन राज्यों के लिए लगाया गया है.
मुख्यमंत्री 19 सितंबर को मध्यप्रदेश के सागर की खुरई और बीना क्षेत्र में आयोजित जनसभा व अन्य कार्यक्रमों में प्रतिभाग करेंगे. जबकि 20 सितंबर को वे कोटा राजस्थान में भी कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे. राजस्थान के अलग अलग विधानसभा क्षेत्रों में उनके कार्यक्रम प्रस्तावित हैं. 21 सितंबर की सुबह सीएम वहां से देहरादून के लिए वापसी करेंगे.