मुरादाबाद: तारीख, 10 अक्टूबर 2023… जगह उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद शहर. गाजे बाजे के साथ सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अगवानपुर में बारात पहुंची. धूमधाम से युवक-युवती का निकाह हुआ. फिर अगले दिन यानि 11 अक्टूबर को विदाई हुई. दुल्हन अपने शौहर के घर पहुंची. सब कुछ अच्छा चल रहा था. शौहर भी बीवी के साथ खुश था.
लेकिन तभी निकाह के चौथे दिन यानि 15 अक्टूबर को नई नवेली दुल्हन के पेट में अचानक से दर्द उठा. शौहर परेशान हो गया. उसने इस बारे में अपने माता-पिता को बताया. फिर वे दुल्हन के लेकर अस्पताल पहुंचे. पता चला कि दुल्हन तो गर्भवती है. और उसे लेबर पेन हो रहा था. थोड़ी देर बाद दुल्हन ने एक प्यारी से बेटी को जन्म दिया.
डॉक्टरों ने यह खुशखबरी बच्ची के पिता और उसके परिवार को सुनाई. लेकिन यह खबर सुनते ही सबका मुंह उतर गया. बात ही कुछ ऐसी थी. उन्होंने दुल्हन के पिता को फोन किया और अपने घर बुलाया. अगले दिन 16 अक्टूबर को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद शौहर अपनी बीवी और नवजात बच्ची को लेकर घर पहुंचा. तब तक दुल्हन के पिता और माता भी उनके घर आ पहुंचे थे.
दूल्हे ने उनके सामने कहा कि वो अपनी बेटी को घर ले जाएं. यह सुनते ही दुल्हन के पिता बोले कि दामाद जी आप ऐसा क्यों बोल रहे हो. तब उसने कहा कि आप लोगों ने हमसे झूठ छुपाया. आपकी बेटी प्रेग्नेंट थी. और आपने इस बात की हमें जानकारी तक नहीं दी. उसने एक बच्ची को जन्म दिया है. अब मैं न तो दुल्हन को अपने साथ रखूंगा और न इस बच्ची को. क्योंकि ये बच्ची मेरी नहीं है.
दामाद के मुंह से ऐसी बातें सुनकर दुल्हन के माता-पिता भी दंग रह गए. उन्होंने दुल्हन से इस बारे में पूछा. तो दुल्हन ने बताया कि ये बच्चा उसके प्रेमी का है. शादी से पहले उसका एक युवक के साथ अफेयर था. दोनों के बीच शारीरिक रिश्ते बने और वो प्रेग्नेंट हो गई. डर के मारे उसने ये बात किसी को नहीं बताई.
बेटी के मुंह से यह शब्द सुनकर पहले तो माता-पिता को यकीन नहीं हुआ. लेकिन बेटी का घर कैसे टूटने देते. इसलिए दामाद के सामने गिड़गिड़ाने लगे. कहने लगे कि वो दुल्हन को माफ कर दे. लेकिन दूल्हा नहीं माना. बात और ज्यादा तब बिगड़ गई जब दूल्हे ने सबके सामने दुल्हन को तीन तलाक दे दिया और उसे घर से जाने के लिए कह दिया.
बस फिर क्या था. दुल्हन की मां अपनी बेटी को लेकर उसके प्रेमी के यहां पहुंची. लेकिन प्रेमी ने भी दुल्हन को अपनाने से इनकार कर दिया. तो उन लोगों ने प्रेमी के घर के बाहर धरना डाल दिया. पुलिस को भी सूचना दी. पुलिस वहां पहुंची तो दुल्हन की मां ने सारी बात उन्हें बताई. देखते ही देखते हंगामा बढ़ गया. दुल्हन भी इस बात पर अड़ गई कि अब उसके प्रेमी को उससे निकाह करना पड़ेगा. लेकिन प्रेमी भी नहीं मान रहा था. तभी वहां के बुजुर्गों ने इसके लिए पंचायत बैठाने का फैसला लिया.
उन्होंने दुल्हन और उसकी मां से कहा कि वो पुलिस कंप्लेंट न करें. पहले पंचायत को इसका फैसला लेने दें. दुल्हन और उसकी मां मान गए. पंचायत बैठाई गई. दुल्हन का पति, प्रेमी और अन्य लोग वहां मौजूद रहे. तब फैसला लिया गया कि दुल्हन के प्रेमी को उससे शादी करनी होगी. पंचायत के फैसले को दुल्हन के प्रेमी ने मान लिया. वहीं, दुल्हन के पति ने भी कहा कि मुझे इस निकाह से कोई ऐतराज नहीं है. क्योंकि मैं तो इसे तीन तलाक दे ही चुका हूं. इस तरह दूल्हे की रजामंदी के बाद दुल्हन की शादी उसके प्रेमी से करवा दी गई.