हरिद्वार : उत्तराखंड में मंत्रियों को हिदायत दी गई है कि वह राज्य के हर जिले में प्रवास कर जनता को होने वाली समस्याओं का निदान करें. इसी सिलसिले में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी (Ganesh Joshi) दो दिवसीय प्रवास पर हरिद्वार (Haridwar) पहुंचे. यहां उन्होंने जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की. वहीं बैठक में अधिकारी पूरी तैयारी से नहीं पहुंचे थे. इससे मंत्री गणेश जोशी का पारा चढ़ गया और उन्होंने बैठक को बीच में ही छोड़ दिया.
अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि अगर बैठक में अधिकारी पूरी तैयारी से नहीं आएंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा ‘जनता की सरकार, जनता के द्वार’ है. इस नारे के साथ हम जनता के बीच में जा रहे हैं. गणेश जोशी ने कहा, ‘ हरिद्वार में सभी अधिकारियों के साथ मैं समीक्षा बैठक कर रहा था, अधिकारियों द्वारा जो जवाब दिए गए, मैं उसे संतुष्ट नहीं हूं. अधिकारी बैठक में पूरी तैयारी के साथ नहीं आए, इसलिए मैंने बैठक को स्थगित कर दिया.’
गणेश जोशी ने अधिकारियों को दी चेतावनी
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा, ‘केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी अधिकारियों को नहीं है, तो बैठक का कोई औचित्य नहीं बनता है.’ गणेश जोशी का कहना है कि यह काफी गंभीर मामला है. अधिकारियों की यह पहली गलती है इसलिए उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है. मंत्री ने अधिकारियों को चेतावनी दी गई है कि अगर वे ऐसी गलती दोहराते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.