नई दिल्ली: आरबीआई के एक्शन के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक और उसके काम करने के तरीकों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। रिजर्व बैंक को पेटीएम में गड़बड़ियां मिलीं जिसके बाद उसकी सेवाओं पर रोक लगाई गई है। वहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक पेटीएम पेमेंट्स बैंक का लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेटीएम पेमेंट्स बैंक के 1000 से ज्यादा ग्राहकों के अकाउंट एक ही पैन से लिंक थे।
आरबीआई को गड़बड़ी की आशंका थी, जिसके बारे में बैंक को पहले ही चेतावनी दी गई थी। इसके बाद भी पेटीएम ने इसे ठीक करने के लिए उचित कदम नहीं उठाया। इसमें सबसे बड़ी गड़बड़ी केवाइसी को लेकर थी। आरबीआई को इसमें खामियां मिलीं।
केवाईसी नियम का उल्लंघन
पेटीएम के हजारों ऐसे कस्टमर थे जिन्होंने केवाईसी के दस्तावेज जमा नहीं किए थे। साथ ही कंपनी ने अपने कई ग्राहकों का केवाईसी ही नहीं कराया। ऐसा पाया गया कि हजारों कस्टमर्स के पैन नंबर एक ही हैं। रिजर्व बैंक को आशंका थी की कंपनी में कुछ धांधली चल रही है जिसके बाद यह कदम उठाया गया है।
You can continue using the existing balances on your Paytm FASTag. We started our journey of working with other banks over the last two years, which we will now accelerate pic.twitter.com/clsDLVUD1N
— Paytm (@Paytm) February 1, 2024
क्या होता है केवाईसी
KYC का मतलब होता है नो योर कस्टमर (Know Your Customer)। जिसमें यूजर को जरूरी डॉक्यूमेंट्स जमा करने होते हैं ताकि यूजर के बारे में बैंक के पास पर्याप्त जानकारी रहे और उसकी पहचान की जा सके। केवाईसी की प्रक्रिया का पालन जरूरी होता है।
पेटीएम को भारी नुकसान
आरबीआई को कुछ खातों से मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका थी। आरबीआई के एक्शन के बाद पेटीएम के शेयरों में भारी गिरावट आई है। कंपनी के शेयर दो दिन में ही 36% गिर गए। पेटीएम को बड़ा नुकसान हुआ है। उसका स्टॉक 70 फीसदी से अधिक गिर गया है। उसके मार्केट वैल्यू में भी 2 अरब डॉलर की गिरावट आई है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक का ऑपरेटिंग लाइसेंस भी रद्द हो सकता है। अगर ऐसा हुआ तो वह अपने सेवाएं नहीं दे पाएगा। पेटीएम को नियमों का पालन नहीं करने को लेकर पहले कई बार चेतावनी जारी की जा चुकी है।