नई दिल्ली: किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों की मांग है कि सरकार उनके कर्जे को माफ करे और एमएसपी की गारंटी दे। इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाला एक दल है, जिसका नाम है भारती किसान यूनियन (एकता सिधूपुर)। इस संगठन के प्रमुख का नाम है जगजीत सिंह डल्लेवाल, जिनका एक वीडियो इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहा है और चर्चा का कारण बन गया है। दरअसल डल्लेवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक बयान दिया है, जिससे उनके विरोध की मंशा पर अब सवाल उठने लगे हैं। दरअसल एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में जगजीत सिंह डल्लेवाल कहते हैं कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ नीचे लाने के लिए किसानों का विरोध प्रदर्शन शुरू किया गया है।
किसान आंदोलन मोदी की लोकप्रियता कम करने के लिए शुरू किया गया है।
राम मंदिर के बाद मोदी का ग्राफ बहुत ऊपर चला गया है।
हमारे पास बहुत कम समय है, मोदी की लोकप्रियता कम करनी जरूरी है।
: जगजीत सिंह डल्लेवाल, किसान नेता pic.twitter.com/xNpcNzNIr0
— Jitesh Jethanandani (@jethanandani14) February 15, 2024
मोदी का ग्राफ गिराने की योजना
उन्होंने कहा कि राम मंदिर के बाद पीएम मोदी का ग्राफ बहुत ऊपर चला गया है। बहुत कम समय है। हमें उनका ग्राफ नीचे लाने की जरूरत है। बता दें कि यह वीडियो कुछ दिन पहले तब आया था, जब किसान अपना विरोध प्रदर्शन शुरू करने वाले थे। डल्लेवाल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, यह एक राजनीतिक बयान है। अगर इतना बड़ा विरोध प्रदर्श किया जाएगा तो क्या लोग पीएम मोदी का समर्थन करना बंद कर देंगे। जनता में एक संदेश फैल रहा है कि विरोध करने का यह सही तरीका नहीं है।
#WATCH | On farmer leader Jagjit Singh Dallewal's, 'we have to bring graph of PM Modi down' remark, Haryana CM Manohar Lal Khattar says "This is a political statement. Will the people stop supporting PM Modi if such a huge protest is organised? A message is getting circulated in… pic.twitter.com/jmqD39evDH
— ANI (@ANI) February 15, 2024
क्या बोले सीएम खट्टर
खट्टर ने कहा कि अपनी मांगों को मनवाने के लिए किसानों द्वारा अपनाए जा रहे तरीके सही नहीं हैं। उन्होंने आलोचना करते हुए कहा कि वह एक आक्रामक सेना की तरह दिल्ली की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान एक सेना की तरह ट्रैक्टर, ट्रॉली, अर्थ-मूवर्स और एक साल के लिए राशन लेकर आगे बढ़ रहे हैं। किसानों के दिल्ली जाने को लेकर उन्होंने कहा कि हमें उनके तरीके पर आपत्ति है। उन्होंने कहा कि हमें उनके दिल्ली जाने पर कोई आपत्ति नहीं है। वहां ट्रेनें, बसें और अपने वाहन वाहन से जाया जा सकता है। लेकिन ट्रैक्टर परिवहन साधन नहीं है। यह एक कृषि उपकरण है।