चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. एक दिन पहले यानी 12 मार्च को उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था. इस्तीफा देने से पहले तक खट्टर करनाल विधानसभा सीट से विधायक थे.
रिजाइन देने के बाद उन्होंने कहा कि ‘मेरी जो भी नई जिम्मेदारी तय की जाएगी, उसे सुचारू रूप से पूरी करूंगा.’ खट्टर के इस्तीफे के बाद खाली हुई करनाल सीट से नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उपचुनाव लड़ेंगे. फिलहाल वह हरियाणा के कुरुक्षेत्र से सांसद हैं.
दरअसल, 12 मार्च को मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद ही नायब सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी. इसके बाद उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात कर विश्वासमत पेश करने का प्रस्ताव दिया था. सैनी ने आज विधानसभा में विश्वास मत पेश किया, जो ध्वनिमत से पास हो गया. साथ ही हरियाणा की नई सैनी सरकार फ्लोर टेस्ट में पास हो गई.
ध्वनिमत के जरिए हुई वोटिंग
आज विश्वास प्रस्ताव के दौरान विपक्ष ने वोटिंग कराने की मांग की, हालांकि ऐसा रिवाज ना होने के चलते स्पीकर ने ध्वनिमत के जरिए वोटिंग कराई, जिसमें प्रस्ताव पास हो गया.
चौटाला ने की थी गृहमंत्री से मुलाकात
इससे पहले सोमवार देर रात हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने एक से दो सीटें मांगी थीं. सूत्रों के अनुसार बीजेपी अलाकमान ने उन्हें कहा कि जो गठबंधन का आगे विचार होगा, उससे अवगत कराया जाएगा.
इन 5 विधायकों ने ली मंत्रीपद की शपथ
हरियाणा में नायब सिंह सैनी के सीएम पद की शपथ लेने के साथ ही 5 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी. इसमें कंवरपाल सिंह, मूलचंद शर्मा, रणजीत सिंह चौटाला, जयप्रकाश दलाल, डॉक्टर बनवारी लाल शामिल हैं. आइए इन 5 मंत्रियों के बारे में जान लेते हैं.
जय प्रकाश दलाल: जय प्रकाश दलाल ने भी मंत्री पद की शपथ ली है जो लोहारू सीट से विधायक हैं. 2014 में बीजेपी में शामिल होने वाले दलाल पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष, बीजेपी किसान सेल के प्रभारी, जींद जिला प्रभारी जैसे कई पदों पर रह चुके हैं. वह हरियाणा सरकार में कृषि और किसान कल्याण, पशुपालन और डेयरी मत्स्य पालन, कानून और विधायी कैबिनेट मंत्री रहे हैं.
कंवरपाल सिंह गुर्जर : विधायक कंवरपाल सिंह हरियाणा के यमुनानगर जिले के रहने वाले है और जगधारी से विधायक हैं. वह इससे पहले भी हरियाणा की खट्टर सरकार में शिक्षा मंत्री और वन मंत्री रह चुके हैं. इसके अलावा वह हरियाणा विधानसभा के स्पीकर रह चुके हैं.वह राम जन्मभूमि आंदोलन में भी हिस्सा ले चुके हैं और तीन बार बीजेपी के महासचिव भी रहे हैं.
मूलचंद शर्मा: हरियाणा के बल्लभगढ़ से बीजेपी विधायक मूलचंद शर्मा खट्टर सरकार में परिवहन और खनन मंत्री रहे हैं.आज उन्होंने फिर से मंत्री पद की शपथ ली है. वह लगातार अपनी सीट से दूसरी बार विधायक बने थे.
रणजीत सिंह चौटाला: रणजीत सिंह हरियाणा सरकार में पहले भी मंत्री रहे हैं. वह खट्टर सरकार में ऊर्जा और बिजली मंत्री रहे हैं. रनिया सीट से वह निर्दलीय विधायक हैं. 2019 में उन्होंने अपने पोते दुष्यंत चौटाला के साथ खट्टर सरकार में शामिल हुए थे. रणजीत सिंह पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के पुत्र और इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के भाई हैं.
डॉ. बनवारी लाल: डॉ. बनवारी लाल ने एक बार फिर मंत्री पद की शपथ ली है. हरियाणा के बावल से विधायक है. सहकारिता एवं जन स्वास्थ्य मंत्री डॉ बनवारी लाल जोकि हरियाणा सरकार मे अनुसूचित वर्ग के मुख्य चेहरा है.