बांका: सोशल मीडिया पर कब, क्या वायरल (Bihar Viral News) हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता? कई बार चीजें इतनी मजेदार होती हैं, जिन्हें देखकर लोग अपनी हंसी को नहीं रोक पाते. बिहार के बांका जिला से अनोखा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान रह गया. दरअसल, बिहार के बांका जिला के कटोरिया के शिक्षकों ने छुट्टी के लिए आवेदन (Banka School Teacher Leave Application) दिया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि ‘मां का निधन होने वाला है, दो दिन बाद की छुट्टी दें.’ इसी तरह के कई आवेदन पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो रहे है.
बांका में शिक्षकों का अजीबोगरीब आवेदन
दरअसल, बांका जिला के धोरैया थाना क्षेत्र के कचहरी पीपरा गांव के अजय कुमार नाम से एक आवेदन वायरल हो रहा है. जिसमें लिखा है कि ‘श्रीमान प्रधानाध्यापक महोदय, सादर निवेदन है कि दिनांक 5 दिसंबर दिन सोमवार को रात 8 बजे मेरी मां मर जाएगी. इसलिए मैं उसके अंतिम संस्कार हेतु 6 दिसंबर और 7 दिसंबर तक अपने विद्यालय में अनुपस्थित रहूंगा. इसलिए श्रीमान से अनुरोध है कि मेरे अवकाश को स्वीकृत करने की कृपा करें.’
‘चार दिन बाद बीमार रहूंगा, दो दिनों की छुट्टी चाहिए‘
बाराहाट के खड़ियारा उर्दू विद्यालय के शिक्षक राज गौरव द्वारा लिखा गया एक और आवेदन पत्र वायरल हो रहा है. जिसमें लिखा गया है, ‘4 दिसंबर और पांच दिसंबर को बीमार रहूंगा. जिस वजह से मैं विद्यालय नहीं आ पाऊंगा. इसलिए आकस्मिक अवकाश को स्वीकृत किया जाय.’ बता दें कि यह आवेदन पत्र 1 दिसंबर यानी गुरुवार को लिखी गई है.
‘शादी में जाना है, पेट खराब होने की आशंका है, छुट्टी चाहिए‘
कटोरिया में मध्य विद्यालय जमदाहा के शिक्षक नीरज कुमार ने आकस्मिक अवकाश के संबंध में स्कूल के प्रधानाचार्य को आवेदन दिया. जिसमें उन्होंने लिखा- ‘मैं 7 दिसंबर को एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहा हूं. श्रीमान को मालूम है कि शादी समारोह में मैं जमकर भोजन का लुत्फ उठा लूंगा और फिर पेट खराब होना लाजिमी है. इसलिए तीन दिन पूर्व ही आवेदन स्वीकृत करने की कृपा करें.’ बता दें कि यह आवेदन प्रधानाचार्य द्वारा अस्वीकृत कर दिया गया है.
क्या था आयुक्त का नया आदेश
बताया जाता है कि इस तरह के आवेदन भागलपुर आयुक्त दयानिधान पांडेय के उस आदेश के बाद आ रहे हैं. जिसमें आयुक्त ने कहा था कि आकास्मिक अवकाश से पहले स्वीकृति लेना अनिवार्य है. बता दें कि तीन दिन पहले यानी 29 नवंबर को यह आदेश जारी किया गया था. जिसके बाद भागलपुर डीईओ और बांका डीईओ ने इस संबंध में आदेश पत्र जारी कर दिया. जिसके बाद प्रशासनिक आदेश और शिक्षकों का आवेदन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
आदेश में क्या लिखा था
हालांकि इस पूरे आदेश के पिछे का सच कुछ और बताया जाता है. दरअसल भागलपुर आयुक्त ने जो आदेश जारी किया था, उसमें लिखा गया था कि जब स्कूलों का निरीक्षण किया गया तो पाया गया कि स्कूल में एक से अधिक शिक्षकों को एक साथ छुट्टी दे दी जाती है, जिससे पठन पाठन कार्य प्रभावित होता है. ऐसे में शिक्षकों को एक साथ छुट्टी न दी जाय. साथ ही आदेश में यह भी लिखा था कि प्रखंड विकास पदाधिकारी की मंजूरी के बाद ही प्रधानाध्यापक छुट्टी मंजूर करें. ”आयुक्त के आदेश पर सीएल के संबंध में पत्र जारी किया गया है. इस पत्र का मतलब शिक्षकों को परेशान करना नहीं है, वे लोग चाहते हैं कि शिक्षकों की अवकाश के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो. निरीक्षण के दौरान कई विद्यालयों में एक साथ अधिकतर शिक्षक अवकाश पर मिले थे और पढ़ाई बाधित मिली थी. इस को देखते हुए ‘सीएल’ को लेकर दिशा-निर्देश जारी किया गया है.” – पवन कुमार, जिला शिक्षा अधिकार, बांका