नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में अब कुछ हफ्ते ही शेष बचे हैं और उससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस के बदहाली के संकेत दिए हैं। खरगे ने संकेत दिया कि पार्टी धन की कमी का सामना कर रही है और आरोप लगाया कि जिन बैंक खातों में लोगों द्वारा दान किया गया पैसा रखा गया था, उन्हें भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने फ्रीज कर दिया है।
लोगों से की खास अपील
खड़गे ने कहा कि आयकर विभाग की ओर से पार्टी पर जुर्माना लगाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर निशाना साधते हुए, खड़गे ने लोगों से देश में संविधान और लोकतंत्र को “बचाने” के लिए आगामी लोकसभा चुनावों में एक साथ मजबूती से खड़े होने और उनकी पार्टी की जीत सुनिश्चित करने का भी आह्वान किया।
कांग्रेस पार्टी आज “नारी न्याय” गारंटी की घोषणा करती है, इसके तहत कांग्रेस पार्टी महिलाओं के लिए देश में एक नया एजेंडा सेट करने जा रही है।
नारी न्याय गारंटी के अन्तर्गत कांग्रेस पार्टी 5 घोषणाएँ कर रही है, उसमें,
1️⃣ महालक्ष्मी गारंटीइसके तहत सभी गरीब परिवार की एक महिला को… pic.twitter.com/eVAVFZGMDj
— Mallikarjun Kharge (@kharge) March 13, 2024
भाजपा पर साधा निशाना
यह कहते हुए कि चुनाव में सभी को समान अवसर मिलना चाहिए, खड़गे ने भाजपा पर कांग्रेस के बैंक खातों को फ्रीज करने और आयकर के माध्यम से पार्टी पर भारी जुर्माना लगाने का आरोप लगाया। खरगे ने कहा कि भाजपा खुद चुनावी बांड के माध्यम से मिले हजारों करोड़ रुपये का खुलासा करने के लिए तैयार नहीं हैं।
चुनावी बांड का सच बताए भाजपा
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि यह हमारी पार्टी का पैसा था जो आम लोगों ने दान में दिया था। उन्होंने कहा कि इसे भाजपा की केंद्र सरकार ने फ्रीज कर दिया है और हमारे पास अब खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं, जबकि भाजपा चुनावी बांड के बारे में खुलासा नहीं कर रही हैं, क्योंकि उसे डर सता रहा है।
पिछला चुनाव हारे थे खरगे
खरगे ने यह भी दावा किया कि कालाबुरागी (गुलबर्गा) के लोग इस बार कांग्रेस को जिताएंगे। बता दें कि 2019 के चुनाव में खरगे को यहां से भाजपा के उमेश जाधव ने 95,452 वोटों के अंतर से हराया था। कई दशकों के राजनीतिक जीवन में यह खरगे की पहली चुनावी हार थी।
ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के प्रबंधन और इंडिया ब्लॉक के साथ समन्वय की भूमिका निभाने वाले खरगे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ सकते हैं और इसके बजाय, पार्टी उनके दामाद राधाकृष्ण डोड्डामणि को मैदान में उतार सकती है।