नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के विपक्ष के आरोपों के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) बेहतरीन काम कर रही है। मोदी ने कहा, एजेंसी के 97% केस ऐसे लोगों पर हैं, जो राजनीति में शामिल नहीं है। ED की तरफ से दर्ज सिर्फ 3% केस राजनीति से जुड़े लोगों के खिलाफ है। मोदी ने कहा, ED और CBI से जुड़े कोई भी कानून BJP के शासनकाल के दौरान नहीं आए हैं। विपक्ष के इस आरोप पर कि सभी संस्थाओं पर बीजेपी का कब्जा है, मोदी ने कहा, …हमने चुनाव आयोग में सुधार किया है लेकिन …एक कहावत है कि च न जाने आंगन टेढ़ा। इसलिए ये कभी EVM का बहाना बनाते हैं तो कभी कुछ। अब एजेंसियों पर आरोप के जरिए इन लोगों ने अपनी हार के लिए अभी से कुछ तर्क गढ़ने शुरू कर दिए… हैं।
क्या संविधान बदल जाएगा?
क्या ‘400 पार’ से संविधान में बदलाव आएगा और देश की विविधता खत्म हो जाएगी? विपक्ष के इस आरोप पर मोदी ने कहा कि यह समस्या उनमें है, जो ऐसा आरोप लगा रहे हैं। वे देश को एक ही ढांचे में ढालना चाहते हैं। हम विविधता की पूजा करते हैं, हम इसका जश्न मनाते हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि आप किस आधार पर उस व्यक्ति के खिलाफ ऐसे आरोप लगा रहे हैं, जिसने संयुक्त राष्ट्र में तमिल भाषा- सबसे पुरानी भाषा का जश्न मनाया था? जब मैं विभिन्न राज्यों की पोशाकें पहनता हूं, तो उन्हें दिक्कत होती है। समस्या यह है कि वे देश को एक ही सांचे में ढालना चाहते हैं। हम विविधता की पूजा करते हैं। हम इसका जश्न मनाते हैं। हमने कहा है, कोई अपनी मातृभाषा का उपयोग करके डॉक्टर या इंजिनियर क्यों नहीं बन सकता? मैं मातृभाषा के बारे में बोलता हूं, इसका मतलब है कि मैं इसका जश्न मना रहा हूं, मैं इसकी महानता को बढ़ा रहा हूं।
इलॉन मस्क पर क्या कहा?
पीएम ने इलॉन मस्क के भारतीय बाजार में एंट्री पर कहा, ‘मस्क का मोदी समर्थक होना एक बात है, लेकिन वह मूलतः भारत के समर्थक हैं। …मैं चाहता हूं कि भारत में निवेश आए। पैसा किसी का भी लगे, पसीना मेरे देश का लगना चाहिए, उससे सुगंध मेरे देश की मिट्टी की आनी चाहिए, ताकि मेरे देश के नौजवान को रोजगार मिले…।
राम मंदिर पर कहा, विपक्ष से मुद्दा छिन गया
राम के राजनीतिकरण के विपक्ष के आरोपों पर पीएम मोदी ने कहा, इस मुद्दे का राजनीतिकरण किसने किया? …वोट बैंक की राजनीति को मजबूत करने के लिए उन लोगों ने इस मुद्दे को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया और बार-बार इसे भड़काया। जब यह मामला अदालत में चल रहा था तब कोशिश की गई कि फैसला ना आए…। उनके लिए यह एक राजनीतिक हथियार था। …अब राम मंदिर बन गया तो उनके हाथ से यह मुद्दा ही चला गया है…।
‘मेरा वचन मेरी जिम्मेदारी‘
मोदी ने कहा कि आप अपना जीवन खो सकते हैं लेकिन अपना वचन नहीं। मेरा मानना है कि राजनेताओं को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। मैं जो कहता हूं वह मेरी जिम्मेदारी है और मैंने इसकी गारंटी भी दी है। आर्टिकल 370 मामले को ही ले लीजिए, यह हमारी पार्टी की प्रतिबद्धता रही है। मैंने साहस दिखाया और 370 को हटाया। आज जम्मू-कश्मीर का भाग्य बदल गया है। मैं ‘मोदी की गारंटी’ कहकर लोगों को गारंटी दे रहा हूं। वे हर हाल में पूरे होंगे। पीएम ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर कहा कि यह हमारी प्रतिबद्धता है। देश में कई लोग हमारे साथ आए हैं। समिति को अपने सुझाव दिए हैं। अगर हम इस रिपोर्ट को लागू कर पाएं तो देश को बहुत फायदा होगा।
‘हमारा तिरंगा ही हमारी ताकत‘
पीएम ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध पर भी चर्चा की। बताया कि किस तरह से उनके प्रयासों से यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाया जा सका। पीएम ने कहा कि दोनों ही देशों के राष्ट्रपतियों के साथ मेरे अच्छे संबंध रहे हैं। युद्ध के दौरान जब भारतीय छात्र वहां फंस गए थे तो मैंने दोनों से बात करके रास्ता निकाला। मोदी ने कहा, संकट के दौरान भारतीय ध्वज की ताकत देखने को मिली। भारतीय ध्वज की ताकत इतनी थी कि एक विदेशी भी अगर अपने हाथ में तिरंगा पकड़ लेता था, तो उसके लिए भी जगह बन जाती थी। इसलिए मेरा झंडा मेरी गारंटी बन गया। मेरी ताकत बन गया। पीएम ने 2015 की घटना का भी जिक्र किया जब सऊदी अरब और उसके सहयोगियों द्वारा यमन पर बमबारी के दौरान वहां से भारतीय नागरिकों को निकालना मुश्किल था। पीएम ने कहा, ‘मैंने सऊदी किंग से बात की और उनसे कहा कि मैं यमन से लोगों को वहां लाना चाहता हूं। आपकी बमबारी से हम ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं। भारत के कहने पर बमबारी रोकी गई और हम अपने लोगों को हवाई जहाज से बाहर लेकर आ गए।