पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्णिया के बनमनखी में एनडीए उम्मीदवार के लिए प्रचार करते हुए लालू परिवार पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष किया. उनकी विवादित टिप्पणी से विपक्ष नाराज हो गया है. नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार के दौरान भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार के आधार पर लालू परिवार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने शनिवार को कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों के कारण उन्हें (लालू प्रसाद यादव) गद्दी छोड़नी पड़ी, जिसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाया.
अब वह अपने बच्चों को बढ़ावा दे रहे हैं. नीतीश ने कहा, ‘उन्होंने कई बाल-बच्चे पैदा किए हैं. क्या किसी को इतने बाल-बच्चा पैदा करने की जरूरत है?’ लालू परिवार के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए नीतीश ने कहा, ‘उनकी बेटियां और दो बेटे पहले से ही सक्रिय राजनीति में हैं. वे वास्तव में क्या करते हैं? वे अपनी सनसनीखेज टिप्पणियों से सुर्खियां बटोरते हैं.’
कमल खिलाने के लिए 'कीचड़' में उतरना पड़ता है, लगता है नीतीश कुमार उतर आए हैं
अब लालू परिवार पर हमला कर रहे हैं ! सच में इन्हें इलाज की जरूरत है ? pic.twitter.com/nfbPwmNLyI
— Nigar Parveen (@NigarNawab) April 20, 2024
राजद ने पलटवार कर दिया नीतीश को जवाब
इस मामले में मीसा भारती ने कहा कि समझ में नहीं आ रहा क्या बोलें इस पर… बिहार की जनता समझेगी. बिहार प्रदेश के मुख्यमंत्री क्या कहना चाह रहे हैं. जब हमारे साथ थे, तो उनको नहीं पता था. अब मोदीजी बंद कर दिए हैं, तो चाचाजी शुरू किए हैं परिवारवाद पर बोलना.
वहीं, नीतीश कुमार की इस टिप्पणी के बाद राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने लालू परिवार के खिलाफ किए गए शब्दों के चयन के लिए नीतीश कुमार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि नीतीश का बयान ‘अशोभनीय’ है. लालू पर नीतीश के बयान में शालीनता की कमी है. यह लोकसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के बाद एनडीए खेमे में व्याप्त निराशा के स्तर को दिखाता है.
कांग्रेस ने भी नीतीश को लिया आड़े हाथ
कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने दावा किया कि लालू परिवार पर नीतीश की व्यक्तिगत टिप्पणी स्पष्ट करती है कि नीतीश के पास राज्य के वर्तमान और भविष्य के बारे में अपने दृष्टिकोण के बारे में बोलने के लिए कुछ नहीं है. उन्होंने दावा किया कि नीतीश ने जमीनी स्तर पर आकर्षण और संपर्क खो दिया है और अब वह ब्रांड बिहार के राजदूत नहीं हैं.