बस्ती: क्या जानवर भी नौकरी कर सकते हैं? क्या उन्हें मोटी सैलरी मिल सकती है? यह सुनने में अजीब लग रहा होगा, मगर यह बिल्कुल सच है. उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में भाजपा कार्यालय की तरफ से एक काले मुंह वाले लंगूर बंदर को काम पर रखा गया है. इस बंदर का नाम मंगल है.
मंगल नाम का यह लंगूर तेजतर्रार स्वभाव और पैनी नजर के लिए जाना जाता है. इसे हरियाणा से बुलाया गया है. इस लंगूर मंगल को बीजेपी कार्यालय में बंदरों के आतंक से सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है. मंगल की खासियत यह है कि वह अपने मालिक के इशारों पर काम करता है.
बस्ती में लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी के सांसद और उम्मीदवार हरीश द्विवेदी ने मालवीय रोड पर अरविंद पाल के कैंपस में चुनाव कार्यालय खोला है. इस कार्यालय पर भाजपा नेताओं का आना-जाना लगा रहता है. दफ्तर में आने वाले लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था भी रहती है. दफ्तर खुलने के बाद लाल मुंह वाले बंदर आने लगे.
बंदरों ने हर रोज परेशान करना शुरू कर दिया, जिससे बीजेपी नेता तंग आ गए. कई लोग बंदरों से डरकर भागने लगे. हालत ये हो गई कि दफ्तर में लोगों का आना-जाना कम होने लगा. इसी बीच किसी ने लंगूर मंगल के बारे में बीजेपी नेताओं को जानकारी दी.
जानकारी के बाद मंगल को हरियाणा से बुलाया गया और उसकी बाकायदा कार्यालय में बंदरों से सुरक्षा की ड्यूटी लगाई गई. इसके लिए मंगल को रोजाना एक हजार रुपए मिलते हैं. यानी मंगल हर महीने 30 हजार रुपए की सैलरी पाता है. लंगूर का काम दिनभर लाल मुंह वाले बंदरों को खदेड़ना है.
लंगूर के आने के बाद लाल मुंह वाले बंदरों के आतंक से निजात मिल गई है. चुनाव तक बीजेपी नेताओं ने लंगूर की इस जिम्मेदारी के लिए अनुबंध किया है. चुनाव खत्म होने के बाद लंगूर फिर से वापस हरियाणा लौट जाएगा.
मंगल कोई आम बंदर नहीं है. मंगल की क्षमता को देखकर बीते कुछ दिन पहले अयोध्या में भी राम मंदिर के आसपास ड्यूटी लगाई गई थी. इसके बदले उसे कुछ दिन के 10 हजार रुपए मिले थे. मंगल के केयर टेकर ने बताया कि वह पिछले 5 साल से मंगल के साथ रहता है. जहां जाता है, परिवार को भी लेकर जाता है, ताकि मंगल की देखभाल भी हो सके.
यहां बस्ती में मंगल और उसके मालिक के भोजन का इंतजाम बीजेपी कार्यालय की तरफ से हो रहा है. मंगल पंखे के बिना नहीं सोता है. इसलिए कार्यालय की तरफ से उसके लिए एक पंखे का इंतजाम किया गया है. मंगल के आने से बस्ती में बीजेपी का चुनाव कार्यालय गुलजार हो गया है.
खबर = साभार आजतक