श्रीनगर: उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 के शुरुआती चरण में ही व्यवस्थाएं पटरी से उतर गई थी. जिस वजह से तीर्थ यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यहीं कारण है कि मुख्यमंत्री से लेकर शासन-प्रशासन और पुलिस के तमाम आलाधिकारी ग्राउंड पर उतरकर चारधाम यात्रा की व्यवस्थाएं को दोबार से पटरी पर लाने का प्रयास कर रहे है. इसी क्रम में शनिवार 18 मई को उत्तराखंड डीजीपी अभिनव कुमार ने ऋषिकेश और श्रीनगर में चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
उत्तराखंड के चारोंधाम में अभीतक करीब पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके है. चारधाम यात्रा के बीच सबसे बड़ी चुनौती ट्रैफिक जाम की है. क्योंकि चारोंधाम में कैयरिंग कैपेसिटी के आधार पर श्रद्धालु को आगे भेजा जा रहा है. ऐसे हालत में कई बार पर्यटकों को बीच रास्ते में रोका जा रहा है, जिस कारण पर्यटकों की कई बार पुलिस से झड़प भी हो जाती है. इसके अलावा भी तमाम छोटी-मोटी समस्याओं से श्रद्धालुओं को दो-चार होना पड़ रहा है. श्रद्धालुओं की इन्हीं तमाम समस्याओं को देखते हुए डीजीपी अभिनव कुमार ने चारधाम मार्ग का दौरा कर रहे है और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दे रहे है.
इस दौरान डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि आज से चारों धामों में सोशल मीडिया के संबंध में एडवाइजरी जारी कर दी गयी है, जिसमें साफ किया गया है कि यदि किसी ने भी चारधाम यात्रा से जुड़ा कोई दुष्प्रचार फैलाया या फिर गलत जानकारी शेयर की तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इसके अलावा डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि पौड़ी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के प्रभारी आपस में समन्वय स्थापित करते हुए काम कर रहे है. श्रद्धालुओं व वाहनों की संख्या के बारे में जानकारी एक-दूसरे को भेजी जा रही है. ताकी हाईवे पर कही भी जाम की स्थिति न बने.
इसी के साथ डीजीपी अभिनव कुमार ने चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों के अपील की है कि उत्तराखंड पुलिस उनके सहयोग के लिए तत्पर पर खड़ी है. पुलिस श्रद्धालुओं के हितों और उनकी दिक्कतों कम करने के लिए जगह-जगह वाहनों को रोक रही है. ऐसे में पुलिस का सहयोग करे. चारधाम में तीर्थ यात्रियों की संख्या को देखते हुए श्रद्धालुओं को नीचे से आगे भेजा रहा है. इसके अलाला जहां-जहां खामिया नजर आ रही है, उनको दूर किया जा रहा है. तीर्थ यात्रियों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है.