देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा और पर्यटन गतिविधियों को देखते हुए खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की ओर से प्रदेश भर में छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है. एफडीए के आयुक्त आर राजेश कुमार के निर्देश पर राज्य के सभी जिलों में मिलावटखोरों के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है. जिसके क्रम में खाद्य विभाग की टीम ने प्रदेशभर में तमाम जगहों से सैंपल लेने के साथ ही मिलावट कर रहे प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किया है.
मिलावट के खिलाफ अभियान
एफडीए के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट की रोकथाम के लिए चलाये जा रहे विशेष अभियान की कमान उपायुक्त खाद्य मुख्यालय, जीसी कंडवाल को सौंपी गई है. उनके नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित की गई है, जो चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थित खाद्य निर्माण इकाइयों, थोक विक्रेताओं, फुटकर विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की चेकिंग कर रही है. इसमें पुलिस प्रशासन की मदद से मिलावट खोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई आ रही है. मिलावटखोरों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा.
कई दुकानदारों को नोटिस
खाद्य मुख्यालय उपायुक्त जीसी कंडवाल के नेतृत्व में गठित टीम ने देहरादून जिले के विकासनगर क्षेत्र के सेलाकुई, हरबर्टपुर, धर्मावाला क्षेत्र में स्थित होटल, रेस्टोरेंट, डेयरी समेत अन्य स्थानों का निरीक्षण किया. खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के प्रावधानों के तहत टीम की ओर से पूरे इलाके में सघन निरीक्षण किया गया. संयुक्त टीम ने सबसे पहले हरबर्टपुर पौंटा रोड पर दूध और अन्य खाद्य पदार्थों के आपूर्तिकर्ता वाहनों का औचक निरीक्षण किया. इसके बाद देहरादून से आपूर्ति हो रहे दुग्ध और दुग्ध उत्पादकों की लेवलिंग, कंडीशन व स्टोरेज की जांच भी की गई. मौके पर लाइसेंस तलब किये गये. बिना लाइसेंस के सप्लाई करने पर नोटिस जारी किया गया है.
दुकान में मिला 5 क्विंटल बासी पनीर
अपर आयुक्त प्रशासन ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर एक टीम अधूवाला कुंज ग्रांट में स्थित पनीर निर्माता प्रतिष्ठान का औचक निरीक्षण करने पहुंची. टीम ने निरीक्षण में पाया कि पनीर निर्माण करने वाला आरोपी नहीं पाया गया. प्रतिष्ठान में करीब से 4-5 क्विंटल पनीर रखा हुआ था. टीम ने पनीर के सम्बन्ध में मौके पर मौजूद सलमान नाम के व्यक्ति से कड़ाई के साथ पूछताछ की. प्रतिष्ठान में मौजूद व्यक्ति ने बताया गया कि यह पनीर पांच से छ दिन पुराना है. इसे हिमाचल प्रदेश में सप्लाई के लिए बनाया गया है.