देहरादून: उत्तराखंड चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है. मौजूदा स्थिति यह है कि अत्यधिक श्रद्धालुओं के आने की वजह से धामों की ओर जाने वाली सड़कों पर जाम की स्थिति पैदा हो जाती है. खासकर केदारनाथ धाम मार्ग के अगस्त्यमुनि से फाटा तक और यमुनोत्री धाम मार्ग पर पालीगाड़ से जानकीचट्टी तक काफी अधिक जाम लगता है, क्योंकि ये सड़क सिंगल लेन है. लेकिन अब केदारनाथ और यमुनोत्री धाम जाने वाली राह और आसान हो जाएगी. दरअसल, इन मार्गों की चौड़ाई बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की हाई पावर कमेटी ने अनुमति दे दी है.
हाई पावर कमेटी की अनुमति मिलने के बाद अब केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के इन सड़कों की चौड़ाई को बढ़ाया जा सकेगा. जिससे यातायात और अधिक सुगम होगा. प्रदेश में लगातार बढ़ रहे श्रद्धालुओं की संख्या और उनकी आस्था को देखते हुए चारधाम यात्रा मार्ग को पिछले कुछ सालों में काफी बेहतर किया गया है. लेकिन केदारनाथ धाम मार्ग के अगस्त्यमुनि से फाटा कुंड बाईपास तक यानी करीब 13 किमी की सड़क सिंगल लेन है. इसी तरह यमुनोत्री धाम मार्ग के पालीगाड़ से जानकी चट्टी तक यानी करीब 23 किमी की सड़क भी सिंगल लेन है. जिसके चलते कई बार जाम की वजह से यातायात प्रभावित होती रहती है.
लेकिन अब इन दोनों धामों के सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने से यातायात न सिर्फ सुगम होगा, बल्कि जाम की बनने वाली स्थिति भी समाप्त होगी. सड़क चौड़ीकरण के लिए पहाड़ के काटने पर करीब पांच साल पहले रोक लग गई थी. जिसके चलते केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के इन मार्गों के चौड़ीकरण का मामला रुका हुआ था. लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट की हाई पावर कमेटी ने मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने की अनुमति दे दी है. इन दोनों सड़कों की चौड़ाई करीब 7 मीटर तक बढ़ाई जा सकती है. एनएच के मुख्य अभियंता दयानंद के अनुसार, मार्ग के लिए हाई पावर कमेटी से अनुमति मिल गई है. ऐसे में अब मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.