कन्नौज: यूपी के कन्नौज में तीन किलो आलू की रिश्वत मांगने का एक अनोखा मामला सामने आया है. तीन किलो आलू के चक्कर में पुलिस चौकी इंचार्ज को अपनी कुर्सी भी गंवानी पड़ गई. दरअसल चौकी इंचार्ज और एक शिकायतकर्ता का एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें दोनों के बीच एक काम को लेकर आलू के रूप में रिश्वत की मांग हो रही है.
कन्नौज जिले के सौरिख थाना क्षेत्र की चपुन्ना पुलिस चौकी में तैनात इंचार्ज रामकृपाल सिंह और एक शिकायतकर्ता का किसी मामले के निपटारे को लेकर ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें वह रिश्वत के तौर पर पांच किलो आलू मांग रहे थे. हालांकि फरियादी की ओर से पांच की जगह दो किलो आलू ही दे पाने की बात कही जा रही है. हालांकि चौकी इंचार्ज की ओर से इस पर नाराजगी जताई गई और फिर पांच किलो आलू की मांग की गई.
चौकी इंचार्ज सस्पेंड, सीओ सिटी कर रहे मामले की जांच
इसके बाद उस शिकायतकर्ता की ओर से कहा गया कि धंधा-पानी सही नहीं चल रहा है. इसलिए उसने असमर्थता जताई और केवल दो किलो आलू देने को कहा. वहीं पुलिसकर्मी की ओर से पांच की जगह तीन किलो आलू देने की बात कही जा रही है. दोनों की बातचीत का यह ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद कन्नौज के एसपी अमित कुमार आनंद ने चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया और विभागीय कार्रवाई के लिए मामले की जांच सीओ सिटी को सौंप दी गई. यह वायरल ऑडियो करीब तीन-चार दिन पुराना बताया जा रहा है.
कोड वर्ड में मांगी जा रही थी रिश्वत: ASP
वहीं इस मामले में एएसपी अजय कुमार ने बताया कि चौकी इंचार्ज किसी काम के एवज में रिश्वत मांग रहे थे. जोकि कोडवर्ड में मांगी जा रही थी. ये ऑडियो सामने आने के बाद चौकी इंचार्ज को बीते सात अगस्त को सस्पेंड कर दिया गया है. इस मामले में विभागीय कार्रवाई जारी है.
अखिलेश ने बीजेपी पर कसा तंज
वहीं इस मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरा है. उन्होंने कहा कि ‘आलू’ भाजपा राज में घूस लेने का कोड वर्ड बन गया है. वैसे भाजपा राज में सब्ज़ी इतनी महंगी है कि कल को सच में घूस सब्ज़ी के रूप में मांगी जाएगी. अब भाजपा सोच रही है कि अपने दरोगा जी को बचाने के लिए क्यों न बुलडोज़र आलू पर चलवा दिया जाए. आलू कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा.