ऋषिकेश: उत्तराखंड के ऋषिकेश नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक में जमकर हंगामा हुआ. हंगामे की वजह बजट का एजेंडा बैठक में ही उपलब्ध कराना रहा. हंगामे की वजह से बोर्ड बैठक में चर्चा 11 बजे की जगह 1 बजे तक शुरू नहीं हो पाई. इसके अलावा हंगामे की वजह से 15 मिनट तक बोर्ड बैठक स्थगित भी की गई.
वहीं, ऋषिकेश नगर निगम मेयर शंभू पासवान ने आगामी बोर्ड बैठक में बजट का एजेंडा 7 दिन पहले उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया. जिसके बाद बोर्ड बैठक को 15 मिनट के लिए स्थगित किया गया. बैठक स्थगित होने के बाद 14 पार्षद बैठक से बाहर निकल गए और उन्होंने आपस में चर्चा की. उन्होंने टैक्स की फाइलों को दबाकर रखने का आरोप लगाया. 14 पार्षदों ने मेयर के आश्वासन पर विश्वास जताया और वो बाद में बैठक में शामिल होने पहुंचे.
इसके बाद बोर्ड बैठक में बजट पास करने की प्रक्रिया पर चर्चा और अग्रिम कार्रवाई शुरू की गई. फिलहाल, बोर्ड बैठक चल रही है. जिसमें नगर निगम क्षेत्र में किए जाने वाले विकास कार्यों और निगम की आय बढ़ाने पर चर्चा की जा रही है. फिलहाल, बोर्ड बैठक में साढ़े 71 करोड़ का अनुमानित बजट पास किए जाने की कार्रवाई चल रही है.
नगर आयुक्त के खिलाफ भाजपाइयों ने लगाए नारे
इस दौरान बीजेपी के पार्षद पतियों और कार्यकर्ताओं ने नगर आयुक्त के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इतना ही नहीं उन्होंने ऋषिकेश बचाओ के नारे भी लगाए. जिससे मामला गरमा गया. फिलहाल, अभी बोर्ड बैठक चल रही है. नगर निगम की बैठक में 40 में से 38 पार्षद मौजूद हैं. एक महिला पार्षद बैठक में नहीं आई. वहीं एक पार्षद मारपीट के मामले में जेल में बंद है.
नगर निगम में BJP के मेयर और 18 पार्षद जीते हैं
ऋषिकेश नगर निगम चुनाव में BJP के 18 पार्षद जीते थे. 6 वार्डों में कांग्रेस के पार्षद जीते थे. 16 निर्दलीय उम्मीदवार भी पार्षद का चुनाव जीतकर नगर निगम पहुंचे. बीजेपी के मेयर उम्मीदवार शंभू पासवान ने 3100 मतों से जीत हासिल की थी. पासवान ने अपने प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय प्रत्याशी मास्टर दिनेश चंद को हराया था. कांग्रेस प्रत्याशी दीपक जाटव को तीसरा स्थान मिला था.