धौलपुर: धौलपुर जिले के बाड़ी शहर के सामान्य हॉस्पिटल में एक नवजात शिशु के बदलने के मामले में हंगामा खड़ा हो गया. मामले में पीड़ित परिजनों की शिकायत पर पहुंची टाउन चौकी पुलिस ने अस्पताल प्रशासन से मामले की जानकारी ली. इसके बाद खुद पीएमओ ने मामले में जांच के बाद एसएनसीयू वार्ड के स्टाफ की गलती मानी है. घटना के बाद पीड़ित परिजनों को उनका बच्चा सौंपा गया. जानकारी के अनुसार उपखंड के सनौरा गांव निवासी प्रसूता रचना पत्नी संदीप जाटव के 2 जनवरी को अस्पताल में प्रसव के दौरान बेटे का जन्म हुआ था. बच्चे के जन्म के बाद शिशु को तकलीफ होने पर चिकित्सक द्वारा एसएनसीयू वार्ड में भर्ती किया गया. जहां मशीनों में रखे बच्चे को जब बुधवार शाम उसकी मां रचना दूध पिलाने के लिए गई तो वार्ड स्टाफ द्वारा उनको जो शिशु सौंपा दिया गया. वह लड़की थी. ऐसे में उसने बाहर आकर परिजनों को मामले की जानकारी दी.
एसएनसीयू वार्ड में बात करने पर लड़की को उन्हीं बच्चा होना बताया गया. इस परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया. शिकायत के बाद टाउन चौकी से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे. पीएमओ द्वारा रिकॉड चैक करने पर सामने आया कि रचना को बेटा हुआ था. इसके बाद एसएनसीयू वार्ड में जाकर पीएमओ ने वार्ड स्टाफ से पूरे मामले में मेल और फीमेल शिशु की जानकारी ली. जहां वार्ड स्टाफ की गलती सामने आई. इसके बाद परिजनों को बच्चा सौंपा गया.
परिजन संदीप जाटव ने कहा कि लड़के की जगह लड़की को सौंप रहे थे. पीएमओ डॉ. हरिकिशन मंगल ने पूरे मामले में जांच के बाद जल्दीबाजी में गलती होना बताया है. कोतवाली एसएचओ महेंद्र सिंह का कहना है कि मामले को लेकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है, केवल पीड़ित परिजनों ने शिकायत की थी जिसका समाधान हो गया है. पीएमओ डॉ. हरिकिशन मंगल ने बताया कि पहले कभी ऐसा मामला नहीं हुआ. बच्चों की पहचान के लिए अब कार्ड जारी किए जाएंगे.