देहरादून : स्वास्थ्य सचिव डॉ. राजेश कुमार ने बीते रविवार को मसूरी स्थित उप जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य सचिव ने उप जिला चिकित्सालय में अव्यवस्था और गंदगी देखकर संबधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी. साथ ही अस्पताल में नियुक्त डाक्टर और कर्मचारियों की अनुस्थिति पर सीएमएस से जबाब तलब किया था. वहीं, स्वास्थ्य सचिव डॉ. राजेश कुमार ने मंगलवार को उप जिला चिकित्सालय मसूरी के सीएमएस को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है.
दरअसल, औचक निरीक्षण के दौरान इस बात की जानकारी मिली कि तमाम डॉक्टर और कर्मचारी बिना किसी अनुमति के ही छुट्टी पर चल रहे हैं. साथ ही खुद सीएमएस डॉ. यतेंद्र सिंह भी बिना अवकाश लिए अपने निजी कार्य के चलते मुख्यालय से बाहर हैं. जिसको देखते हुए स्वास्थ्य सचिव ने ना सिर्फ स्वास्थ्य मुख्यालय को इस मामले की जांच के संबंध में पत्र लिखा है बल्कि सीएमएस डॉ. यतेंद्र सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. साथ ही उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को अस्पताल में तैनात डॉक्टर और कर्मचारियों को बिना सीएमओ की अनुमति के अवकाश न जाने के निर्देश दिये हैं.
स्वास्थ्य सचिव की ओर से सीएमएस को जारी किए गए कारण बताओ नोटिस में इस बात का जिक्र किया गया है कि 14 जनवरी को उप जिला चिकित्सालय मसूरी में किए गए औचक निरीक्षण के दौरान सीएमएस डॉ. योगेंद्र सिंह नदारद मिले. लिहाजा जानकारी लेने पर पता चला कि सीएमएस मुख्यालय से बाहर अपने किसी निजी कार्य से गए हुए हैं. लेकिन अवकाश के संबंध में कोई भी आवेदन सीएमओ या फिर स्वास्थ्य विभाग को नहीं दिया गया. यही नहीं सीएमएस की अनुपस्थिति के दौरान अधिकांश चिकित्साधिकारी और मिनिस्ट्रियल स्टाफ अघोषित रूप से निरन्तर अवकाश पर चल रहा था. जिसके चलते कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
दरअसल, सचिव के निरीक्षण के दौरान उप जिला चिकित्सालय, मसूरी में 28 चिकित्साधिकारियों की तैनाती के सापेक्ष मात्र 5 चिकित्साधिकारी ही उपस्थित रहे. जबकि एक चिकित्सक अटैच, एक मेडिकल अवकाश पर और एक साथ 06 चिकित्साधिकारी पीजी स्टडी पर गये हैं, बाकी चिकित्साधिकारी उपस्थित नहीं थे. जबकि मिनिस्ट्रियल स्टाफ रजिस्टरों के निरीक्षण से मिली जानकारी के अनुसार कई कर्मचारी पिछले कई-कई दिनों से बिना किसी आवेदन/स्वीकृति के अवकाश पर चल रहे हैं. जिसके चलते मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा.