अमेठी: अमेठी में पत्नी की हत्या के आरोप में एक बेगुनाह पति 11 दिनों तक जेल में रहा। अब जमानत पर बाहर आए पति ने 12 साल बाद अपनी पत्नी को खोज निकाला है। उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ शादी कर ली थी। उसकी तीन बच्चियां भी हैं। हत्या का आरोप ससुराल वालों ने लगाया था। मामला कोर्ट में विचाराधीन था। इसी महीने जनवरी के आखिरी में कोर्ट सजा सुनाने वाली थी। अब जब पत्नी जिंदा वापस मिल गई है तो पति ने झूठा मुकदमा लिखाने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
मामला जायस थाना क्षेत्र के कस्बा स्थित अलीनगर चौधराना मोहल्ला का है। यहीं के निवासी मनोज वर्मा की शादी साल 2009 में भदोखर के गांव कुर्मिन का पुरवा निवारी सीमा देवी के साथ हुई थी। मनोज के अनुसार, 25 मार्च 2011 को पत्नी अचानक से घर से लापता हो गई। काफी खोजबीन के बाद पता नहीं चला तो उसने जायस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी बीच सीमा देवी के घरवालों ने मनोज पर हत्या का आरोप लगाया। इसके लिए कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश के बाद मनोज व उसके माता पिता पर हत्या का केस जायस थाने में दर्ज हुआ। साल 2019 में कोर्ट ने मनोज को सजा सुनाई। उसे 11 दिनों तक जेल में ही रहना पड़ा था। हालांकि पर्याप्त साक्ष्य न होने के चलते वह जमानत पर बाहर चल रहा था। मनोज का कहना है कि वह बेकसूर है। उसने पत्नी की हत्या नहीं की, इसलिए वह इतने सालों से पत्नी की खोजबीन करता रहा। इसी बीच 10 जनवरी को उसको सूचना मिली कि सीमा अपने मायके में है। खुद को बेकसूर साबित करने की होड़ में लगा मनोज पुलिस के साथ सीमा के घर जा पहुंचा। वहां देखा तो सीमा अपनी तीन बच्चियों के साथ घर पर थी।
पूछताछ में सीमा ने बताया कि उसने दूसरी शादी बस्ती जिले के शोभनगर निवासी राम जगत के साथ कर ली थी। उसी से तीन बच्चे हैं। अभी वह पति राम जगत के साथ पूना में रहती है। पुलिस की मौजूदगी में किसी ने वीडियो बना लिया। वीडियो के आधार पर मनोज के न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर अपने बेकसूर होने का सबूत दिया है। उसने अपनी पत्नी के जीवित होने और वर्तमान में मायके में होने की सूचना दी है। कहा कि उसके खिलाफ गलत मुकदमा दर्ज कराया गया था। झूठे केस में फंसाकर जेल भेजा गया गया था। उसकी पत्नी जिंदा है। मनोज ने मुकदमा समाप्त कर गलत तरीके से केस दर्ज कराने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।