खटीमाः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अटल उत्कृष्ट विद्यालय थारू राजकीय इंटर कॉलेज खटीमा पहुंचे. जहां उन्होंने ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के तहत छात्रों के साथ संवाद किया. साथ ही तनाव से मुक्ति, समय प्रबंधन एवं कार्य दक्षता बढ़ाने से संबंधित विषयों पर अपने विचार साझा किए. वहीं, सीएम धामी ने आगामी परीक्षाओं के लिए सभी छात्रों को अपनी शुभकामनाएं भी दी. दरअसल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने जनपद भ्रमण के दौरान थारू राजकीय इंटर कॉलेज खटीमा पहुंच कर परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. सीएम धामी ने कॉलेज पहुंच कर अपनी पुरानी यादें ताजा की. इस दौरान उन्होंने व्यवहारिक उदाहरणों के माध्यम से छात्रों की परीक्षा से संबंधित विभिन्न शंकाओं का समाधान भी किया. उन्होंने छात्रों को भविष्य के निर्माता बताया और आगामी परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी.
सीएम धामी ने साझा किए स्कूल के दिन
गौर हो मुख्यमंत्री पुष्कर धामी इसी विद्यालय के छात्र रहे हैं. उन्होंने छात्रों के बीच पहुंचकर अपने विद्यार्थी जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि वो जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते थे. लिखने के लिए तख्ती का इस्तेमाल किया करते थे. उन्होंने कहा कि उनके आगे बढ़ाने में विद्यालय का बहुत बड़ा योगदान है. यहां से छात्र जीवन में जो शिक्षा प्राप्त की, जो भी जिम्मेदारी मिली, उसको बखूबी अंजाम दिया.
छात्रा ने सीएम धामी से पूछा ये सवाल
परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में छात्रा अष्टवी राज ने प्रश्न पूछा कि ‘जैसे परीक्षा की घड़ी नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे घबराहट बढ़ती जा रही. ऐसे में किस प्रकार टाइम मैनेजमेंट करें कि सारे सब्जेक्ट कवर हो जाएं?’ इस पर सीएम धामी ने कहा कि परीक्षा से घबराने की जरूरत नहीं है. कठिन लगने वाले सब्जेक्ट को ज्यादा समय दीजिए. अपने शिक्षकों, दोस्तों के साथ टॉपिक एवं विषय पर विस्तार से चर्चा कीजिए.
सीएम धामी ने दिया ये टिप्स
सीएम धामी ने कहा कि मैं भी सामान्य छात्र रहा हूं. हमें किसी भी सब्जेक्ट को कठिन नहीं मानना चाहिए, बल्कि एक पाठ के बाद दूसरे पाठ को इस प्रकार लेना चाहिए कि कुछ अच्छा और नया सीखने के लिए मिलेगा. उन्होंने आगे कहा कि व्यक्ति खुद के लिए सबसे अच्छा टाइम मैनेजर होता है. उन्होंने कहा कि अपनी आवश्यकता के अनुसार टाइम मैनेज करना चाहिए. सुबह जरूर उठना चाहिए और दिनचर्या में व्यायाम एवं खेलों को भी शामिल करना चाहिए.
वहीं, छात्र मोहम्मद आरिफ ने प्रश्न किया कि ‘एग्जाम के नजदीक आने पर प्रेशर एवं डिप्रेशन बढ़ता जा रहा है. पढ़ाई कैसे की जाए?’ इस पर सीएम धामी ने कहा कि ‘मन के जीते जीत है, मन के हारे हार’. एग्जाम से डरने की जरूरत नहीं है. एग्जाम कोई युद्ध का मैदान नहीं है. प्रश्न सिलेबस से बाहर से भी आने वाले नहीं है. अर्थात प्रश्न सिलेबस से ही पूछे जाएंगे. उन्होंने फिर दोहराया कि टाइम का ही मैनेजमेंट करना है. पूरी निष्ठा ईमानदारी एवं लगन से पढ़ाई करने के साथ व्यायाम व खेलकूद को भी समय देना चाहिए.