बिजनौर: उत्तर प्रदेश के बिजनौर के रहने वाले 5 लोगों की बुधवार को कश्मीर में दम घुटने से मौत हो गई। मरने वालों में पति-पत्नी और 3 बच्चे शामिल हैं। सभी के शव कमरे के अंदर बेड पर मिले हैं। ठंड के चलते परिवार कमरे के अंदर हीटर चलाकर सो रहा था। घर के सारे दरवाजे बंद थे। कमरा भी ठंड के कारण पूरा बंद था।मरने वालों की पहचान माजिद अंसारी (35), पत्नी शहाना (30) और दो बेटे फैजान (7), अबूजर (5) और नवजात शिशु के रूप में हुई है। नवजात का जन्म मंगलवार शाम को घर ही पर हुआ था। उसी को ठंड से बचाने के लिए परिवार ने हीटर चलाया गया था। बिजनौर में रहने वाले लड़के के परिवार का कहना है, “कल ही बेटे ने पोते को वीडियो कॉल पर दिखाया था। हम लोग उससे मिलने कश्मीर जाने वाले थे, लेकिन अब उसका शव लेने जा रहे हैं।’ बिजनौर के मंडावाली गांव के रहने वाले माजिद अंसारी 17 साल से कश्मीर के कुपवाड़ा में रह रहे थे। वह वहां पर सैलून का काम करते थे। 2015 में माजिद की शादी हुई थी।
J&K | Five members of a family including two children from Uttar Pradesh were found dead at their rented accommodation in Kralpora area of Kupwara district today.
Block medical officer of Kralpora said that all five people died due to suffocation. pic.twitter.com/CL36sCJHfB
— ANI (@ANI) February 8, 2023
सुबह बेहोश मिला पूरा परिवार, स्थानीय अधिकारी पहुंचे
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के रहने वाले माजिद अंसारी का परिवार कुपवाड़ा जिले के क्रालपोरा में किराए के मकान में रहता था। परिवार में पांच लोग थे। बुधवार सुबह सभी लोग बेहोशी की हालत में पाए गए। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। सभी को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर ने सभी पांचों को मृत घोषित कर दिया।
गुरुवार को शव बिजनौर आ सकते हैं
माजिद के भाई मुफ्ती अब्दुल वाजिद ने बताया, “जब भाई से संपर्क करने की कोशिश की, तो उनसे संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद परिजनों ने वहीं पर रहने वाले कुछ करीबियों से बात की, तो उन्होंने मौके पर जाकर देखा। इसके बाद घटना की जानकारी हम लोगों को हुई है। गुरुवार को शव बिजनौर लाने की उम्मीद जताई जा रही है। हम लोग भी कश्मीर जाएंगे।”
नाती को अल्लाह ने बहुत कम समय की जिंदगी दी
माजिद की पत्नी के परिवार के लोगों ने बताया, “हम लोग बेटी के बेटा होने पर फंक्शन की तैयारी कर रहे थे। बेटी को देने के लिए सामान भी खरीद लिया था। बेटी के बेटा होने से घर में खुशी का माहौल था, लेकिन क्या पता था यह खुशी थोड़े समय के लिए ही है। हमने तो नाती को अभी देखा भी नहीं था। उसको तो अल्लाह ने बहुत कम समय की जिंदगी दी। अब उसका शव देखना पड़ेगा।”