नई दिल्ली: ईवीएम मामले पर अब कांग्रेस आर-पार की लड़ाई लड़ने के मूड में दिख रही है। कांग्रेस ने रायपुर अधिवेश के दौरान स्पष्ट कर दिया है कि वो इस मामले को लेकर पहले चुनाव आयोग जाएगी और अगर जवाब नहीं मिला तो कोर्ट का रुख करेगी।
क्या कहा कांग्रेस ने
कांग्रेस पार्टी के रायपुर महाधिवेशन में ईवीएम को लेकर यह प्रस्ताव पारित किया गया है। जिसमें कहा गया है कि वो समान विचारधारा वाली पार्टियों से इस मामले पर बात करेगी, उसका सहयोग लेगी और इस मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग के पास जाएगी। अगर चुनाव आयोग इस मामले पर जवाब नहीं देता है तो वो कोर्ट जाएगी।
कांग्रेस का दावा
कांग्रेस ने इस प्रस्ताव में कहा- “14 से अधिक मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों, कई प्रतिष्ठित एक्टिविस्ट्स और कंप्यूटर वैज्ञानिकों ने चुनाव आयोग को ईवीएम की प्रभावशीलता पर चिंता जताई है, लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। जब मतदाताओं का चुनावी प्रक्रिया की सत्यनिष्ठा, खासकर ईवीएम से भरोसा उठ जाता है, तो हमारा लोकतंत्र भीतर से खोखला हो जाता है।”
अपनों ने ही कर दिया विरोध
ईवीएम के मामले पर भले ही कांग्रेस आक्रमक दिख रही हो, लेकिन उसी की पार्टी के नेता उसके साथ इस मामले पर नहीं दिख रहे हैं। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे और सांसद कार्ति चिदंबरम की इस मामले पर पार्टी से अलग विचार रखते हैं। उन्होंने कहा- “जहां तक ईवीएम का सवाल है, मैं जानता हूं कि हमारी पार्टी के कई विचार हैं। मैं पार्टी के लिए नहीं बोल सकता, मेरी इसके बारे में निजी राय है। मैंने लगातार कहा है कि मुझे ईवीएम पर भरोसा है, हम ईवीएम के साथ चुनाव जीते हैं और चुनाव हारे हैं।”