उत्तरकाशी: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया दो दिवसीय दौरे पर सीमांत जनपद उत्तरकाशी पहुंचे हैं. इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया हर्षिल घाटी के धराली गांव में वाइब्रेंट विलेज योजना के साथ-साथ विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे और ग्रामीणों से मुलाकात कर इन योजनाओं का फीडबैक भी लेंगे. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया धराली गांव में रात्रि विश्राम भी करेंगे.
धराली प्रवास के दौरान पौराणिक कल्पकेदार मंदिर के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर महादेव की पूजा-अर्चना की और समस्त देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। साथ ही इसके पुनरुत्थान हेतु दिशा निर्देश दिए। pic.twitter.com/tdQ1Yvg6UJ
— Jyotiraditya M. Scindia (मोदी का परिवार) (@JM_Scindia) March 14, 2023
देवों की भूमि उत्तराखंड पर आगमन के दौरान । सभी देवतुल्य कार्यकर्ताओं का आभार व अभिनंदन। pic.twitter.com/olRFWvDqHS
— Jyotiraditya M. Scindia (मोदी का परिवार) (@JM_Scindia) March 14, 2023
हर्षिल पहुंचकर सिंधिया ने किया ट्वीट
हर्षिल घाटी पहुंचने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘हर्षिल घाटी का नाम दो पर्वत चोटियों से लिया गया है, जो एक जानवर के सींग की तरह दिखती हैं’. उत्तरकाशी में केंद्रीय मंत्री केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी वाइब्रेंट विलेज योजना को लेकर ग्रामीणों की सरकार से अपेक्षाओं के बारे में भी जानकारी लेंगे. इसके साथ ही गांव में मौजूद मूलभूत सुविधाओं की भी समीक्षा भी करेंगे.
चीन से सटे गांवों का विकास कर रही है केंद्र सरकार
मोदी सरकार अपनी वाइब्रेंट विलेज योजना के जरिए चीन सीमा से सटे गांवों का कायाकल्प कर रही है. इसी क्रम में उत्तराखंड में चीन बॉर्डर से लगे चार गांवों को इस योजना के तहत चयनित किया गया है. इसके लिए मोदी सरकार ने 4800 करोड़ रुपए के बजट का भी प्रावधान किया है. इसमें से करीब 2500 करोड़ रुपए का बजट केवल सड़कों के विकास पर ही खर्च करना प्रस्तावित है. ऐसे में चीन सीमा से सटे सीमांत गांव के लोगों को विकास की उम्मीद जगी है. वाइब्रेंट योजना लागू होने से इन गांवों को विकास की दृष्टि से आगे आने का मौका मिलेगा. इसके साथ ही उत्तराखंड के बॉर्डर पर स्थित देश के पहले गांवों में बुनियादी सुविधाओं का भी विस्तार होगा.