गोपालगंज: थावे थाना क्षेत्र के एकडेरवा गांव के एक दंपती ने 19 मार्च की रात अपने बेटे को डराने के लिए उसके गले में रस्सी का फंदा डाल लटका दिया, जिसमें उसकी जान चली गई। इसके बाद माता ने सबूत मिटाने के लिए शव को गांव के तालाब में फेंक दिया। अगले दिन शव को निकालकर गांव वालों को बताया कि बेटे शिवम की डूबकर मौत हो गई। एसपी स्वर्ण प्रभात ने शिवम हत्याकांड में खुलासा करते हुए यह जानकारी दी। साथ ही मृतक शिवम के माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया। एसपी स्वर्ण प्रभात ने प्रेस वार्ता में बताया कि शिवम का शव बरामद किए जाने के बाद इस हत्याकांड की जांच के लिए सदर एसडीपीओ संजीव कुमार के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया था। इस टीम में प्रशिक्षु डीएसपी साक्षी राय, सदर इंस्पेक्टर हीरालाल प्रसाद, थावे थानाध्यक्ष शशि रंजन कुमार, मांझागढ़ थानाध्यक्ष विशाल आनंद, टेक्निकल सेल के प्रभारी दिनेश कुमार यादव, सब इंस्पेक्टर अभय नंदन कुमार, सिपाही पिंटू कुमार, प्रवीण कुमार और रवि शंकर कुमार समेत अन्य पुलिस बल को शामिल किया गया।
एसपी ने बताया कि टीम ने सबूत जुटाए। ग्रामीणों से पूछताछ की। तकनीकी साक्ष्य व लोगों से पूछताछ के बाद मृतक के माता-पिता पर पुलिस की शक की सुई घूमी। गुरुवार को दोनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई तो दोनों ने अपना जुर्म कबूल लिया। इसके बाद पुलिस ने हत्या के मामले में किशोर शिवम कुमार के पिता शंभू सिंह तथा मां छोटी देवी को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि गुरुवार को गिरफ्तार पति-पत्नी को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए रस्सी व उसके पिता के कीचड़ से सने एक पैंट को भी बरामद किया गया है।
मां की फटकार के बाद पिता ने की थी बेटे की पिटाई
शिवम अपने माता-पिता की बात नहीं मान रहा था। हमेशा दूसरे बच्चों के साथ मारपीट करता रहता था। इस बात से उसके माता-पिता काफी नाराज थे। पुलिस ने गिरफ्तार दंपती से पूछताछ के बाद बताया कि 19 मार्च को भी शिवम घर से बाहर गया था। वापस आने पर उसकी मां छोटी देवी ने उसे डांट-फटकार लगाई थी। देर शाम शिवम का पिता भी शराब के नशे में आया था। इसके बाद उसने भी अपने बेटे की पिटाई की। फिर बेटे को डराने के लिए रस्सी का फंदा उसके गले में डालकर डराने की कोशिश की। इसी बीच, रस्सी कस गई और शिवम की मौत हो गई।
गिरफ्तार दंपती बार-बार बदल रहे थे बयान
एसपी ने बताया कि बेटे की हत्या के मामले में गिरफ्तार दंपती बार-बार अपना-अपना बयान बदल रहे थे। पुलिस पूछताछ में शिवम के मां-बाप ने बताया, जब बच्चे की मौत रस्सी से गला घोंटने के बाद हो गई तो पिता ने अपने एक रिश्तेदार को इसकी जानकारी दी। फिर रिश्तेदार के कहने पर बेटे के शव को 19 मार्च की रात गांव के तालाब में ले जाकर फेंक आया। इसके बाद 20 मार्च को शव तालाब से बाहर निकाल कर रख दिया। 21 मार्च की सुबह अपने एक साथी के साथ मृतक का पिता तालाब के समीप खोजबीन करने के लिए गया, इसी बीच किशोर का शव मिला।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ खुलासा
पुलिस व ग्रामीणों को चकमा देने के लिए किशोर शिवम के पिता ने उसकी डूबने से मौत का प्लान बनाया था ताकि लोगों व पुलिस को यह पता नहीं चल सके कि उसकी हत्या हुई है। प्लान के अनुसार, किशोर की मौत के बाद शव को तालाब में फेंक दिया। फिर गांव में यह अफवाह फैलाने की कोशिश की कि उसके बेटे की मौत डूबने से हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि मृतक की हत्या गला घोंटकर की गई। इसके बाद पुलिस का शक यकीन में बदल गया और गैर इरादतन हत्या के मामले में किशोर के माता-पिता को दबोच लिया गया।