तमिलनाडु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार शाम चेन्नई में श्री रामकृष्ण मठ की 125वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में शिरकत की। उनके साथ गवर्नर आरएन रवि भी थे। मठ में पीएम मोदी ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के सामने खड़े होकर उन्हें नमन किया। इस दौरान मठ की तरफ से पीएम मोदी को स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा भी भेंट की गई। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, ‘रामकृष्ण मठ का मैं बहुत सम्मान करता हूं। इस मठ ने मेरे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रामकृष्ण मठ चेन्नई में 125वीं वर्षगांठ मना रहा है। ये मुझे खुशी का एक और कारण देता है। मैं तमिल भाषा, संस्कृति और चेन्नई के माहौल से प्यार करता हूं।’
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi participates in celebrations commemorating the 125th Anniversary of Sri Ramakrishna Math in Chennai, Tamil Nadu.
(Source: DD News) pic.twitter.com/XOvskfxCE2
— ANI (@ANI) April 8, 2023
प्राचीन विचार नई पीढ़ी तक पहुंच रहे
पीएम मोदी ने कहा कि आज मुझे विवेकानंद हाउस जाने का मौका मिला। कन्याकुमारी में प्रसिद्ध शिला पर ध्यान करते हुए, स्वामी जी ने अपने जीवन के उद्देश्य की खोज की। मैं प्रेरित और ऊर्जावान महसूस कर रहा हूं। मैं यह देख कर खुश हूं कि प्राचीन विचार नई पीढ़ी तक पहुंच रहे हैं।
एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना पर काम करता है मठ
पीएम मोदी ने कहा कि देश भर के लोगों के पास हजारों वर्षों से एक राष्ट्र के रूप में भारत की स्पष्ट अवधारणा थी। यह एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना है। यह वही भावना है जिसके साथ रामकृष्ण मठ काम करता है।
पीएम ने कहा कि देश ने अगले 25 साल को अमृत काल बनाने की ठान ली है। इस अमृत काल का उपयोग पांच विचारों – पंच प्राणों को आत्मसात करके महान चीजों को प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है। जो है विकसित भारत बनाना, औपनिवेशिक मानसिकता के किसी भी निशान को हटाना, अपनी विरासत का जश्न मनाना, एकता को मजबूत करना और अपने विचारों पर ध्यान केंद्रित करना।