विदेश में रोजगार के इच्छुक युवाओं को तराशेगी सरकार, नई योजना पर कैबिनेट ने लगाई मुहर

खबर उत्तराखंड

देहरादून: उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद तमाम युवा विदेशों में नौकरी करना चाहते हैं. इसके लिए वह लगातार प्रयास भी करते हैं. ऐसे में अब उत्तराखंड सरकार विदेश में रोजगार के इच्छुक युवाओं को तराशने का काम करने जा रही है. दरअसल, धामी सरकार राज्य के युवाओं के विदेश में रोजगार करने के सपने को पूरा करने के लिए ‘मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना’ शुरू करने का निर्णय लिया है. इस योजना के तहत विदेशों में नौकरी करना चाह रहे युवाओं को ना सिर्फ विदेशी भाषाएं पढ़ाई जाएगी बल्कि उनका स्किल डेवलपमेंट भी किया जाएगा.

इसके साथ ही विदेशों में नौकरी के लिए चयनित होने वाले युवाओं को टिकट, बीजा समेत अन्य प्रक्रियाओं में भी सरकार मदद करेगी. दरअसल, सचिवालय में बुधवार को हुए मंत्रिमंडल की बैठक में ‘मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना’ प्रस्ताव को रखा गया. जिस पर मंत्रिमंडल ने अपनी सहमति जता दी है. कैबिनेट बैठक में बताया गया कि विदेश में नौकरी करने के इच्छुक युवाओं की जानकारी लिए ‘अपुणी सरकार पोर्टल’ पर एप्लीकेशन भी डेवलप किया गया है, जहां युवाओं का डेटा बेस तैयार किया जाएगा. इसके साथ ही विदेश में रोजगार के क्षेत्र में कार्य करने वाली तमाम संस्थाओं से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के माध्यम से प्रस्ताव भी मांगा जा रहा है.

हालांकि, अभी तक कई संस्थाओं ने सरकार को अपने प्रस्ताव भी भेज चुके हैं, जो तमाम क्षेत्रों में युवाओं को विदेशों में नौकरियां उपलब्ध कराते हैं. ऐसे में यह संस्था भी राज्य सरकार के साथ मिलकर प्रदेश के युवाओं को विदेशों में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए अपनी सहमति दे चुके हैं. ऐसे में सरकार इन सभी संस्थाओं से विचार विमर्श करने के बाद पहले चरण के तहत नर्सिंग और हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्रों में प्रदेश के युवाओं को विदेश में रोजगार उपलब्ध कराए जाने पर सहमति बनी है.

विदेशों में नर्सिंग के क्षेत्र में युवाओं को नौकरी दिए जाने को लेकर 9 मई को प्रदेश के तमाम नर्सिंग कॉलेजों से पास हो गए एएनएम और जीएनएम छात्रों को जापान में एल्डरली केअर में उपलब्ध रोजगार के अवसरों से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराए जाने को लेकर वर्कशॉप आयोजित की जा रही है. 9 मई को आयोजित होने वाले इस वर्कशॉप में जो युवा विदेशों में नौकरी करना चाहते हैं वो अपना स्क्रीनिंग टेस्ट दे सकते हैं. इसके बाद चयनित युवाओं का प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा.

उत्तराखंड के युवाओं को अब जापान, जर्मनी जैसे देशों में रोजगार मिलेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना के तहत सरकार ये सुविधा देने जा रही है। वहीं, केंद्र में नीति आयोग की तर्ज पर अब उत्तराखंड में सेतु(स्टेट इंस्टीट्यूट फॉर एंपावरिंग एंड ट्रांसफॉर्मिंग उत्तराखंड) को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।

विदेश में आसान होगा रोजगार

सरकार का एक साल पूरा होने पर मुख्यमंत्री धामी ने मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना की घोषणा की थी। अब इस योजना के तहत एएनएम, जीएनएम पास युवाओं को जर्मनी, जापान आदि देशों में नर्सिंग, बुजुर्गों की देखभाल, हॉस्पिटैलिटी के लिए रोजगार दिलाया जाएगा।

इसके लिए 11 संस्थाओं से प्रस्ताव मिल चुके हैं। चुने हुए युवाओं को विदेशी भाषा सीखने के कुल खर्च में से 20 प्रतिशत सरकार वहन करेगी। इसके अलावा अगर प्रशिक्षण, वीजा व हवाई टिकट के खर्च के लिए लोन लेगा तो एक लाख तक की रकम के लोन के ब्याज का 75 प्रतिशत खर्च भी सरकार वहन करेगी।

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