देहरादून: लोकसभा चुनाव को लेकर पहले ही सक्रिय भारतीय जनता पार्टी अब कांग्रेस से मिली करारी हार के बाद सुपर एक्टिव हो गई है. पार्टी न केवल संगठन विस्तार के अभियान को आमजन के लिए आगे बढ़ा रही है बल्कि अब तो भाजपा के निशाने पर कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता भी आ चुके हैं. यही, नहीं घर-घर अभियान में भाजपा कांग्रेसियों के घरों पर भी दस्तक देने की रूपरेखा तैयार कर रही है. उधर इस काम में पार्टी के करीब तीन लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गयी है. इस बार सांसद, मंत्री और विधायकों को भी बूथ स्तर से जुड़ने के निर्देश मिले हैं.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणामों ने कांग्रेस को संजीवनी दे दी है. वहीं, दूसरी तरफ भाजपा इस झटके के बाद और भी ज्यादा एक्टिव हो गई है. दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने बूथ स्तर से भी नीचे जाकर पन्ना प्रमुख स्तर पर काम किया है. यहां मंत्री, सांसद और विधायकों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में काम दे दिया गया है. बड़ी बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी करीब तीन लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं को अपने इस अभियान में झोंक चुकी है. खास बात यह है कि इस बार संगठन के विस्तार का प्रारूप आम लोगों के घरों से लेकर विरोधी दलों के सक्रिय कार्यकर्ताओं तक के लिए तैयार किया जा रहा है.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर भाजपा की नजर
भारतीय जनता पार्टी माइक्रो लेवल पर काम कर रही है. इसके लिए पार्टी के सदस्यों को तमाम कार्यक्रमों के जरिए जोड़ कर रखा गया है. यही नहीं नए लोगों तक भी इन्हीं कार्यक्रमों के माध्यम से पहुंचने का प्लान तैयार किया गया है. इसमें सबसे खास बात यह है कि पार्टी इस बार विरोधी दलों के सक्रिय कार्यकर्ताओं पर फोकस कर रही है. इस पर पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र भसीन कहते हैं कि भाजपा हमेशा से ही सबके लिए अपने दरवाजे खोल कर रखती है, जो भी कार्यकर्ता सक्रिय हैं और भाजपा की कार्यप्रणाली के प्रति अपनी निष्ठा दिखाते हैं ऐसे कार्यकर्ताओं को पार्टी से जोड़ने का प्रयास किया जाता है. इसके लिए पार्टी हाईकमान भी विचार कर रहा है.
देवेंद्र भसीन ने कहा घर-घर अभियान के दौरान विरोधी दलों के कार्यकर्ताओं के घरों पर भी भाजपा के कार्यकर्ता केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को रखेंगे. जिससे विरोधी दलों के कार्यकर्ता अपनी पार्टी से भाजपा का तुलनात्मक अध्ययन किया जा सके.
वैसे तो उत्तराखंड में दलबदल कोई नई बात नहीं है. देश भर में उत्तराखंड दलबदल को लेकर हमेशा से ही चर्चाओं में रहा है. इस बार भाजपा के निशाने पर कांग्रेसी या विरोधी दलों के बड़े या महत्वपूर्ण चेहरे नहीं बल्कि कार्यकर्ता हैं. जिसके कारण ये और भी महत्वपूर्ण हो जाता है.
भाजपा लोकसभा चुनाव 2024 के नए प्लान पर कांग्रेस कुछ हतप्रभ दिखाई देती है, मगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के निष्ठा भाव को लेकर निश्चिचंत है. पार्टी के नेताओं का मानना है कि कांग्रेस के बड़े नेता भले ही पार्टी छोड़कर गए हो लेकिन कार्यकर्ताओं की निष्ठा कभी भी कांग्रेस से नहीं हटी है. पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी कहते हैं कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस की बुनियाद है. यह बुनियाद इतनी कच्ची नहीं है की भाजपा इसे इतनी आसानी से तोड़ दे.