न्यूज़ डेस्क: जिसने इस दुनिया में जन्म लिया है, उसे एक दिन इस दुनिया से वापस भी जाना है। मौत ऐसा शाश्वत सत्य, जिसे झुठलाया नहीं जा सकता। इसके बावजूद सभी मौत से डरते हैं। हालांकि कई लोग ऐसे भी हैं जो मौत के मुंह से बाहर निकलकर आए हैं। दावे किए गए वे मृत्यु के कुछ देर बाद फिर से जिंदा हो गए। ऐसे लोगों ने मौत से पहले और मौत के बाद के अपने अनुभव शेयर किए। वहीं एक नर्स से मौत को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए। दरअसल, यह नर्स कई लोगों को अपनी आंखों के सामने मरते हुए देख चुकी है। नर्स ने अपने अनुभव के आधार पर बताया कि मौत से पहले लोगों को कैसा महसूस होता है और उन्हें क्या दिखता है।
कई लोगों को आंखों के सामने मरते देखा नर्स ने
बता दें कि इस नर्स का नाम जूली है और वह अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार मरीजों की देखभाल करती है। इस नर्स ने अब तक कई लोगों को अपनी आंखों के सामने मरते हुए देखा है। जूली ने टिकटॉक पर अपना अनुभव शेयर करते हुए बताया था कि मौत के नजदीक आने पर लोगों को कैसा अनुभव होता है। उसके वीडियो को लाखों बार देखा चुका है। साथ ही कई लोगों ने कमेंट बॉक्स में जूली के अनुभव को सही बताया।
लोगों को मौत से पहले दिखने लगते हैं ये लोग
जूली ने अपने अनुभव के आधार पर बताया कि मौत से पहले लोगों को उनके नजदीकी रिश्तेदार दिखने लगते हैं, जो अब इस दुनिया में नहीं है। साथ ही नर्स का कहना था कि वे मरे हुए रिश्तेदार मरते हुए व्यक्ति के दर्द को कम करने की कोशिश करते हैं। नर्स का दावा है कि उसने ऐसे कई मरीजों की देखभाल की है, जिन्हें मौत से पहले अपने मरे हुए रिश्तेदारों नजर आने लगे थे। नर्स का कहना है कि मौत से एक महीने पहले या कुछ हफ़्तों पहले मरीज को अपने रिश्तेदार दिखाई देने लगते थे। वो या तो उनसे बातें करते थे या उन्हें एकटक देखते थे। जब ऐसे मरीजों से पूछा जाता है कि वो क्या देख रहे हैं, तो अपने रिश्तेदारों का जिक्र करते। जूली का कहना है कि ये मरे हुए रिश्तेदार मौत का दर्द कम करने के लिए मर रहे परिजनों के पास आते हैं।
लोगों ने किए ऐसे कमेंट्स
टिकटॉक पर जूली द्वारा शेयर किए वीडियो पर कई लोगों ने कमेंट करते हुए अपने अनुभव भी शेयर किए। एक ने कमेंट करते हुए लिखा कि उनके अपनों को भी मौत के समय कुछ ऐसी ही चीजें दिखाई देती थीं। वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि जब उसके दादा की मौत हो रही थी तब उन्होंने कहा था कि उनका पूरा परिवार यहां है। जब उसने अपने दादा का हाथ पकड़ा तो उन्होंने कहा कि वो उन लोगों की बात नहीं कर रहे थे। एक और यूजर ने लिखा कि अपनी मां के आखिरी दिनों में उसने भी उनके मुंह से ऐसी ही बातें सुनी थी। हालांकि इस बात का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं सामने आया है।