नई दिल्ली: शरद पवार को उनके सियासी करियर की सबसे बड़ी चोट के बाद अब वह अपने साथ बचे विधायकों से वफादारी का सर्टिफिकेट मांग रहे हैं। एनसीपी के अधिकतर विधायक जब से अजित के खेमें जा बैठे हैं तबसे पवार ने अपने विधायकों पर भरोसा खो दिया है। यही कारण है कि शरद पवार अपने गुट के बाकी बचे विधायकों और पदाधिकारियों से एफिडेविट बनवा रहे हैं।
नेताओं से बनवाया जा रहा वफादारी का एफिडेविट
खबर है कि शरद पवार ग्रुप की तरफ से विधायकों और पदाधिकारियों का एफिडेविट यानी कि प्रतिज्ञा पत्र बनवाया जा रहा है। शरद पवार गुट के विधायकों से ये लिखित में लिया जा रहा है कि वो शरद पवार के प्रति वफादार हैं और उनकी निष्ठा शरद पवार के प्रति है और वही उनके नेता हैं।
व्हिप जारी कर शरद पवार ने बुलाई विधायकों की बैठक
बता दें कि शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने अपने सभी विधायकों को व्हिप जारी कर बुधवार को मुंबई में एक महत्वपूर्ण बैठक में उपस्थित रहने को कहा है। राकांपा के मुख्य सचेतक जितेन्द्र आव्हाड ने एक पंक्ति वाले इस व्हिप में कहा कि पवार ने पांच जुलाई को वाई.बी. चव्हाण सेंटर में अपराह्न एक बजे बैठक बुलाई है और सभी विधायकों की उपस्थिति अनिवार्य है।
अजित पवार अपने विधायकों की कर रहे लामबंदी
वहीं दूसरी ओर अजीत पवार के घर पर आज जो बैठक चल रही है वो काफ़ी महत्वपूर्ण है। इस बैठक के दौरान पता चलेगा कि कौन-कौन से लोग आज उन्हें समर्थन देने आने वाले हैं। अजित पवार सारे विधायकों से लगातार संपर्क में हैं। सूत्रों ने बताया कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार के समर्थन में कई कार्यकर्ता देवगिरी बंगले के बाहर इकट्ठा हुए हैं और सभी के सभी उनसे मिलकर बाहर आये। उनका कहना है कि हमारे सुप्रीम शरद पवार हैं पर राज्य के विकास के लिए अजित पवार ने जो किया उसका समर्थन हम करते हैं।