देहरादून: भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने जमरानी बांध परियोजना की केंद्रीय स्वीकृति को पीएम मोदी का दिवाली गिफ्ट बताया है । साथ ही कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा, राजनीति करने के लिए इसे लटकाने भटकाने वालों की कोशिशों पर अब हमेशा के लिए पूर्ण विराम लग गया है ।
उन्होंने कहा, केंद्रीय कैबिनेट द्वारा तराई की इस लाइफ ग्रोइंग योजना की मंजूरी से कुमायूं समेत समूचे उत्तराखंड में खुशी की लहर दौड़ रही है । क्योंकि 1975 से तराई के विकास की गति को धीमा करती इस अनिर्णीत महत्वाकांक्षी परियोजना का बनना निश्चित हो गया है । इस योजना की अहमियत का अहसास पांच दशक पहले हो गया था कि इसके बनने से हल्द्वानी और आसपास के लाखों का जीवन अधिक खुशहाल बनना तय है । उन्होंने आरोप लगाया कि विशेषज्ञों और स्थानीय लोगों की इस मांग पर तत्कालीन कांग्रेस सरकारों ने खूब राजनीति की, लेकिन इसके निर्माण को लेकर कभी गंभीर प्रयास नही किए । जनता आंदोलन करती रही लेकिन कभी इनकी मंशा नहीं रही तो कभी राजनैतिक इच्छा शक्ति नहीं रही है । तराई के विकास में नई जान फूकने की क्षमता रखने वाली इस योजना के लिए कांग्रेस सरकारों के पास कभी भी पैसा नही रहा । इस दौरान जब भी राज्य में भाजपा की सरकारें आईं तो जमरानी की कोशिशें परवान चढ़ी लेकिन कांग्रेस सरकार ने आते ही इन कोशिशों को सिरे से उतार दिया । उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के राजनैतिक षड्यंत्र ने हमेशा स्थानीय जनता की भावनाओं को छलने का काम किया है।
पीएम मोदी के इस आशीर्वाद और सीएम धामी की अथक कोशिशों के प्रति आभार प्रकट करते हुए जोशी ने कहा, अब ऐसे तमाम लोगों को भी जबाब मिल गया होगा जिन्हे पिथौरागढ़ दौरे की 4200 करोड़ की सौगात कम लग रही थी । एक बार पुनः स्पष्ट हुआ है कि मोदी जी उत्तराखंड में हों या बाहर, उनका लगाव देवभूमि के प्रति कम नही होता है और वे यहां के विकास की हमेशा चिंता करते रहते हैं । उन्होंने विश्वास जताया कि केंद्र की वित्तीय स्वीकृति के बाद 2028 में परियोजना के पूरा होते ही समूचे क्षेत्र का कायाकल्प होना निश्चित है ।