बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक सिपाही ने अपने ही थानेदार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. सिपाही ने थानेदार पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए एसपी से न्याय की गुहार लगाई है. सिपाही का दावा है कि अवैध शराब के मामले में वो एक शख्स को पकड़कर थाने लाया था. मगर FIR लिखने की बात पूछने पर दारोगा ने सिपाही को खूब खरी-खोटी सुनाई. साथ ही उसे सबके सामने अपमानित किया.
पीड़ित सिपाही का कहना है कि मुखबिर की सूचना पर उसने अवैध शराब के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया और उसे थाने पर ले आया. लेकिन थाने में हेड मोहर्रिर ने जमानतदार के बगैर मुकदमा नहीं लिखा. रातभर मुल्जिम को थाने पर बैठाकर हेड मोहर्रिर जमानतदार का इंतजार करते रहे. जब ये बात दारोगा को बताई गई तो दारोगा ने उल्टे सिपाही को ही टाइट कर दिया.
दरअसल, पूरा मामला छावनी थाने का है जहां पर तैनात कॉन्स्टेबल शिवकेश कुमार ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि 7 नवंबर को उसने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एक व्यक्ति को 5.5 लीटर अवैध कच्ची शराब के साथ पकड़ा था. शिवकेश का कहना है कि जब उसने फर्द लिखकर कार्यालय में दिया तो हेड मोहर्रिर ने जमानतदार के बगैर मुकदमा न लिखने की बात कही.
सिपाही ने क्या आरोप लगाए?
बकौल शिवकेश- रातभर अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को थाने पर बैठाकर हेड मोहर्रिर जमानतदार का इंतजार करते रहे. जब एसओ से इस संबंध में पूछा कि इसमें मुकदमा क्यों नहीं लिखा गया है, तो एसओ बजाय उसे शाबाशी देने के खरी-खोटी सुनाने लगे. दारोगा जी अपने ही सिपाही पर भड़क गए. जिससे सिपाही इतना आहत हुआ कि उसने दारोगा के खिलाफ शिकायत लेकर एसपी ऑफिस पहुंच गया. उसने पुलिस अधीक्षक से मिलकर लिखित में छावनी थाना पर तैनात एसओ नारायण लाल श्रीवास्तव के खिलाफ शिकायत की.
एसपी ने दिया मुकदमा दर्ज करने का निर्देश
शिकायत के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया और एसपी के हस्तक्षेप के बाद आनन-फानन में सिपाही के द्वारा पकड़े गए अवैध शराब कारोबारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया. फिलहाल, ये मामला महकमे में चर्चा का विषय बनन हुआ है.