देहरादून : लोकसभा चुनाव और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के प्रस्तावित दौरे की तैयारियों को लेकर नवनियुक्ति प्रदेश प्रभारी शैलजा कुमारी उत्तराखंड आईं। लेकिन थोड़ी देर के लिए। फ्लाइट पकड़ने के लिए उन्होंने ढाई घंटे में चार बैठकें निपटाईं। सोमवार को प्रदेश प्रभारी बनने के बाद पहली बार उत्तराखंड पहुंचीं। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को एकजुट ही नहीं, गिरेबान में झांकने की नसीहत दी।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने बागेश्वर उपचुनाव के बाद उत्तराखंड से दूरी बनाए रखी। कांग्रेस हाईकमान ने शैलजा कुमारी को प्रभारी के रूप में उत्तराखंड की कमान सौंपी। पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने नए प्रभारी का इंतजार कर रहे थे। जिससे संगठन की गतिविधियों को लेकर कार्यकर्ताओं में नया जोश का संचार हो सके। सोमवार को नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी उत्तराखंड पहुंची। जौलीग्रांट से लेकर कांग्रेस प्रदेश कार्यालय तक कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। उनका शाम छह बजे फ्लाइट से वापस दिल्ली लौटने का पहले से कार्यक्रम तय था, लेकिन शाम की फ्लाइट रद्द होने पर चार बजे की फ्लाइट से दिल्ली लौट गईं।
11.45 बजे प्रदेश प्रभारी पार्टी कार्यालय राजीव भवन पहुंची। उन्होंने सबसे पहले पीसीसी कमेटी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद पार्टी के विधायकों, उसके बाद पूर्व विधायकों और चौथी बैठक जिला अध्यक्षों के साथ की। ढाई घंटे के भीतर ही उन्होंने चारों बैठकें निपटाईं। कुछ देर के लिए उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और नसीहत दी कि कोई भी संगठन टीम वर्क और अनुशासन के बिना नहीं चलता है। सभी पदाधिकारियों को आपस मिलकर काम करना होगा। एक-दूसरे पर टिप्पणी करने से पहले पदाधिकारियों को अपने गिरेबान में झांकना होगा कि हम पार्टी के लिए क्या योगदान दे रहे हैं।
कांग्रेस के पास मुद्दों की कमी नहीं
प्रदेश प्रभारी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के पास मुद्दों की कमी नहीं है। केंद्र व राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों को जनता के बीच जाकर पर्दाफाश करना है। इसके लिए पदाधिकारियों को प्रत्येक बूथ पर 10 परिवारों से संपर्क करना होगा।