नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को होनी है। इससे पहले इसरो ने राम मंदिर और अयोध्या की एक भव्य तस्वीर शेयर की है। यह तस्वीर भारतीय सैटेलाइट से एक महीना पहले ली गई है। तस्वीर में साफतौर पर निर्माणाधीन राम मंदिर, सरयू नदी तथा अयोध्या के अन्य मंदिरों को देखा जा सकता है।
एनआरएससी के अनुसार, निर्माणाधीन मंदिर की तस्वीर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से लगभग एक महीने पहले 16 दिसंबर, 2023 को भारतीय सैटेलाइट्स द्वारा ली गई थी। सैटेलाइट इमेज में दशरथ महल, सरयू नदी और हाल ही में नए कलेवर में बनाए जा रहे अयोध्या रेलवे स्टेशन को भी देखा जा सकता है। बता दें कि राम मंदिर 2.7 एकड़ के क्षेत्रफल में तैयार हो रहा है। यह तीन मंजिला संरचना है, जिसमें लोहे या स्टील का इस्तेमाल नहीं किया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि लोहे की उम्र महज 80-90 साल होती है। मंदिर को हजारों साल की उम्र के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। इसकी ऊंचाई 161 फीट या कुतुब मीनार की ऊंचाई का लगभग 70% होगी।
ISRO has released satellite image of Ayodhya Ram Mandir pic.twitter.com/MuHdlZMOmG
— Kapil Mishra (Modi Ka Pariwar) (@KapilMishra_IND) January 21, 2024
अडिग और अटल राम मंदिर
राम मंदिर के स्ट्रक्चर को इस तरह से स्टडी करके बनाया गया है कि 2500 साल तक भूकंप के झटके इसकी नींव को हिला नहीं पाएंगे। मंदिर के पिलर की मोटाई बढ़ाई गई है और दीवारों पर भारी पत्थर भी लगाए है। मंदिर की नींव को भारी पत्थरों से मजबूत बनाया गया है। ऊपर से नीचे ऐसी मजबूती दी गई है, जिससे ये भूकंप के झटकों को भी झेल सकें। मंदिर के 50 मॉडल को एनालाइज करने के बाद फाइनल मॉडल को प्रपोज किया गया।
राम मंदिर का विहंगम दृश्य
इससे पहले भी एनआरएससी ने नए संसद भवन और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सैटेलाइट तस्वीरें शेयर की थीं। बता दें कि भारत के पास अभी स्पेस में 50 से ज्यादा सैटेलाइट्स हैं। इनमें से कई ऐसे हैं, जिनका रिज़ॉल्यूशन एक मीटर से भी कम है। राम मंदिर की इन तस्वीरों को इसरो के हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग सेंटर ने प्रोसेस्ड किया है। राम मंदिर निर्माण में भारत की अग्रणी अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने भी काफी मदद की है। राम मंदिर परिसर में जिस जगह पर भगवान राम का जन्म हुआ था, ठीक उस जगह की पहचान के लिए राम मंदिर ट्रस्ट ने इसरो की मदद ली थी। रामलला की मूर्ति ठीक उसी जगह पर रखी गई है।
प्राण प्रतिष्ठा की प्रतीक्षा
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश भर के कई प्रमुख नेता 22 जनवरी को राम लला की मूर्ति की “प्राण प्रतिष्ठा” में भाग लेंगे। 14 जनवरी से देश भर से हजारों भक्त रामोत्सव का हिस्सा बनने के लिए अयोध्या में एकत्र हुए हैं, जो प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले होने वाले उत्सवों की एक श्रृंखला है। राम नगरी उत्साह और आशाओं से भरा हुआ है क्योंकि तमाम रामभक्त सालों से इस ऐतिहासिक दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।