हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में प्यार की हैरान कर देने वाली कहानी सामने आई है, जहां खेतों मे धान कटाई के दौरान शुरू हुई मोहब्बत गर्दन काटने के बाद खत्म हुई है. प्यार का यह खौफनाक अंत जानकर लोग दहल उठे. फिलहाल, शादीशुदा प्रेमिका की हत्या करने का आरोपी प्रेमी पुलिस की गिरफ्त में है. उसने खुद अपना जुर्म कुबूल किया है. आइए जानते हैं पूरी कहानी…
दरअसल, जिले मे भरुआ सुमेरपुर थाना इलाके में चार साल पहले खेतों में धान की कटाई के दौरान पनपे प्रेम का अंत प्रेमिका की हत्या के साथ खत्म हुआ. इस बेमेल प्रेम के खौफनाक अंत का किसी को इल्म नहीं था. मृतक प्रेमिका घर से जाते समय दिव्यांग आवास की आई दूसरी किस्त के साथ करीब एक लाख रुपये की नगदी और जेवरात भी साथ ले गई थी.
सदर विधायक के हस्तक्षेप के बाद अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ था. लेकिन पुलिस की ढीली विवेचना ने खुलासे में तीन माह का समय लगा दिया और सच सामने आते ही परिजनों के होश उड़ गए. बीते दिनों पुलिस ने हत्यारोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया.
पति को छोड़ प्रेमी संग भागी
बता दें कि थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत कैथी के मजरा करेना डेरा निवासी चन्ना निषाद की शादी बांदा जनपद के पैलानी थानाक्षेत्र के सांडी गांव निवासी रेखा (45) के साथ हुई थी. दोनों से तीन लड़कियां और दो लड़के हैं. बड़ी पुत्री की तीन वर्ष पूर्व शादी हो चुकी है. गरीबी के चलते चन्ना निषाद बाहर रहकर मजदूरी करता था.
चार वर्ष पूर्व वह पत्नी और बच्चों के साथ धान काटने के लिए कानपुर के बिधनू गया था. यहां पर रेखा अपने से आधी उम्र के युवक सुखबीर यादव को अपना दिल दे बैठी. पति की रोक टोक के बाद भी रेखा का सुखबीर से मिलना जुलना नहीं थमा. पिछले वर्ष 18 दिसंबर को रेखा दिव्यांग आवास योजना की दूसरी किस्त में मिले 70 हजार रुपये, चन्ना की दिव्यांग पेंशन व बकरी बेचकर कुल एक लाख से अधिक कैश के साथ जेवरात लेकर घर से बाजार जाने के बहाने निकल गई.
पत्नी के घर न पहुंचने पर पति ने मुकदमा दर्ज करने के लिए थाने के चक्कर लगाए, लेकिन पुलिस ने टरका दिया. थक हार कर चन्ना ने सदर विधायक के सामने गुहार लगाई. जिसपर सदर विधायक के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने 25 दिसंबर को अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया. मगर बरामदगी में तत्परता नहीं दिखाई.
प्रेम कहानी का खौफनाक अंत
नतीजा यह रहा कि सुखबीर ने प्रेमिका रेखा से जान छुड़ाने की गरज से उसे घर से दूर ले जाकर 22 दिसंबर की रात में ही गर्दन काट कर मौत की नींद सुला दिया और फिर शव को जला दिया. पति के बार-बार थाने के चक्कर लगाने के बाद जब पुलिस सक्रिय हुई तब तक सबकुछ खत्म हो चुका था.
फिलहाल, पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करके सुखबीर को गिरफ्तार करके जेल की सलाखों में पहुंचा दिया है. वहीं, जब घटना का खुलासा हुआ तो इलाके के लोग सन्न रह गए. ग्रामीण दबी जुबान से कह रहे हैं कि महिला के गलत चाल चलन ने हंसते-खेलते परिवार को तबाह कर दिया. विवाहिता अपने पीछे बच्चों को रोता बिलखता छोड़ गई है.
मामले में एसपी डॉक्टर दीक्षा शर्मा ने बताया कि सर्विलांस की मदद से हत्यारोपी को पकड़ा गया है. उसने हत्या कर शव जलाने की बात क़ुबूल की है. घटना स्थल से शव के जले हुए अवशेष बरामद हुए हैं. हत्यारे प्रेमी को पुलिस ने जेल भेज दिया है.