धनबाद: राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के महामंत्री श्री ए के झा,यूनियन के उपाध्यक्ष रामप्रीत यादव, रामचंद्र पासवान, वेद नारायण सिंह, महेश प्रसाद,सुनील राय ने आज बोर्रागढ़, भालगोडा, होरलाडीह,बलिहारी, गोपालीचक , बेरा, दोबारी, घनुआडीह, गोलकडीह आदि कोलियरी में मजदूरों की कॉलोनी में, कार्यस्थल पर जाकर संसदीय चुनाव के विषय में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी दिवंगत नेता राजेंद्र बाबू के पुत्रवधू श्रीमती अनुपमा सिंह को चुनाव में जीत हासिल कराने के मुद्दे पर सीधा संवाद किया।
बाद में प्रेस को जारी वक्तव्य में यूनियन के महामंत्री श्री ए के झा ने कहा कि वर्तमान संसदीय चुनाव देश के मजदूरों, किसानो,शोषित, पीड़ित, दलित, अल्पसंख्यक, छात्र, नौजवान के जीवन मरण का सवाल लेकर खड़ा है।
भाजपा ने देश के अधिकांश सार्वजनिक प्रतिष्ठानों की सारी संपत्ति चंद पूंजीपतियों के हवाले कर दी है। रोजगार के सारे दरवाजे बंद कर दिए गए हैं। बेरोजगार नौजवान की लंबी फौज खड़ा कर दी है।गरीबी और भूख की समस्या से त्रस्त भारत के नौजवान, मजदूर बीजेपी सरकार की पूंजीवादी सोच के कारण त्राहिमाम कर रही है। भाजपा की सरकार ने धनबाद, जो वैभव की नगरी है ,जिसके पास अपार प्राकृतिक संपदा है, उसे बेबसी की जिंदगी जीने के लिए विवश कर दिया है। सरकार महंगाई, बेरोजगारी के सवाल पर पूरी तरह विफल हो गई है।आजादी के बाद खाद्य सामग्री, दवाई, शिक्षा ,स्वास्थ्य पर ,यहां तक की कफन पर भी सरकार ने टैक्स लगाने का काम किया है।
भाजपा ने इस संसदीय चुनाव में सारे मापदंडों को विफल करते हुए जिस व्यक्ति को अपना प्रत्याशी बनाया है ,उसकी लूट की भूख मिटाई नहीं जा सकती।धनबाद को रंगदारी, जमीन हड़पने, आर्थिक अपराध, महिला उत्पीड़न, मजदूर उत्पीड़न, छोटे व्यापारियों के आर्थिक उत्पीड़न के हवाले करने के लिए उन्होंने अपना प्रत्याशी घोषित किया है । उन्होंने चुनाव के पूर्व ही राज्य के सम्मानित नेता को आपराधिक धमकी दी, जो तीन तीन बार लगातार सांसद और विधायक रहे। साथ ही उनके ही पार्टी के विधायक के खिलाफ माननीय प्रत्याशी ने चरित्र प्रमाण पत्र देने, उन्हें धमकी देने, उन्हें बदनाम करने का काम किया। भाजपा के वर्तमान प्रत्याशी ने संसदीय मर्यादा और सामाजिक मर्यादा को तार-तार कर दिया है।
श्री झा ने कहा कि दिवंगत नेता राजेंद्र बाबू ने कोयला मजदूर और देश के असंगठित मजदूरों के सवाल पर जो संघर्ष किया है, जो आवाज उठाई, जो हक दिलाया, वह अपने आप में बेमिसाल है। झारखंड राज्य के अल्पकाल के लिए मंत्री रहने के समय राजेंद्र बाबू ने माननीय मन्नान मलिक, पूर्व मंत्री को पूरा सहयोग कर धनबाद का चौमुखी विकास करने का काम किया। वित्त मंत्री के हैसियत से धनबाद के विकास के लिए फंड की कोई कमी नहीं रहने दी। बिजली मंत्री के रूप में सिंदरी एसीसी कंपनी और एफसीआई के हजारों विस्थापितों के घर में 24 घंटे के अंदर बिजली का कनेक्शन दिलवाया। स्वास्थ्य मंत्री की हैसियत से राजेंद्र बाबू ने निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज, धनबाद की बंदी की योजना को रुकवाया। एसएसएलएनटी हॉस्पिटल को चालू करवाया।धनबाद के बंद पड़े सदर अस्पताल 3 घंटे के अंदर चालू करवाया। धनबाद में नर्सिंग ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का निर्माण करवाया। कोयले पर आधारित कई उद्योग को बंद होने से बचाया। डीवीसी, बीसीसीएल, सिंदरी फर्टिलाइजर, डीजीएमएस, सीएमपीएफ ऑफिस के मजदूर और अधिकारियों के हित में कई महत्वपूर्ण काम किया और कराया। इतना ही नहीं धनबाद को बिजली आपूर्ति के मामले में डीवीसी पर पूर्ण प्रशासनिक दबाव रखते हुए डीवीसी की मदद से नो कट जोन में रखा।
श्री झा ने कहा कि दिवंगत नेता राजेंद्र बाबू ने अपने अंतिम सांस तक धनबाद की जनता के लिए काम किया। उनकी पुत्रवधू अनुपमा सिंह राजेंद्र बाबू के पद चिन्हों पर चलकर जननायक राहुल गांधी, कांग्रेस नेत्री सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे साहब के निर्देश का अनुपालन करते हुए धनबाद के सभी सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को बचाने,रिक्त स्थानों पर नौजवानों की बहाली करने, धनबाद से आर्थिक अपराध, रंगदारी ,जमीन हड़प नीति के खिलाफ जनता को राहत दिलाने के लिए कृत संकल्पित है। धनबाद संसदीय चुनाव क्षेत्र की जनता यहां की दशा और दिशा बदलने के लिए कृत संकल्पित है। आगामी 25 मई को हर वर्ग के लोग जाति, बिरादरी, धर्म-मजहब से ऊपर उठकर इंडिया गठबंधन को मजबूत करने के लिए कृत संकल्पित है। अनुपमा सिंह की जीत, धनबाद के किसान, मजदूर, नौजवान,छात्र ,महिला, व्यापारी, सभी प्रबुद्ध वर्ग और आम जनता की जीत है।