इंदौर: इंदौर जिला कोर्ट में मंगलवार को उस वक्त हंगामा हो गया जब एक सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान मजिस्ट्रेट पर आरोपी ने जूतों की माला फेंक दी। इसके बाद कोर्ट में मौजूद वकीलों ने आरोपी और उसके बेटे की कोर्ट रूम में ही धुनाई कर दी। सूचना के बाद एम जी रोड थाना पुलिस का बल मौके पर पहुंचा लेकिन कोर्ट के बाहर खड़े वकीलों ने आरोपी को निकलने नहीं दिया। बमुश्किल पुलिस आरोपी को कोर्ट के बाहर लेकर आई और थाने पहुंचाया।
मामला इंदौर के जिला कोर्ट का है जहां कोर्ट क्रमांक 40 में 19वें सत्र न्यायाधीश विजय दांगी जमीन से जुड़े एक मामले की सुनवाई कर रहे थे। सलीम बनाम सईद के खिलाफ सुनवाई हो रही थी तभी अचानक मोहम्मद सईद ने न्यायधीश द्वारा सुनाए गए फैसले पर विरोध जताया और पहले से तैयार कर लाई गई जूते की माला माननीय न्यायाधीश पर फेंक दी। इसके बाद वहां अफरा-तफरी की स्थिति हो गई। कोर्ट रूम में मौजूद मजिस्ट्रेट दांगी के सहायकों ने तुरंत सईद और उसके बेटे को पकड़ लिया। वकीलों ने दोनों की जमकर धुनाई की।
मामले की सूचना तुरंत क्षेत्रीय थाने एम जी रोड पुलिस को दी जिसके बाद क्षेत्रीय एसीपी और थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंचे और आरोपियों को निकालने का प्रयास किया। इस दौरान वकीलों ने कोर्ट रूम का घेराव कर लिया और आरोपियों को उनके हवाले करने की मांग की। करीब आधे घंटे बाद पुलिस फोर्स की मदद से आरोपियों को कोर्ट रूम से निकालकर एम जी रोड थाने लाया गया है।
अगली तारीख मिलने से भड़का कैदी
बता दें कि ऐसा ही एक वाकया राजस्थान के भीलवाड़ा जिला एवं सेशन न्यायालय के एसीजेएम कोर्ट में कल घटित हुआ। सोमवार को यहां एक विचाराधीन कैदी ने मजिस्ट्रेट की ओर चप्पल फेंकी दी। सुनवाई के दौरान कैदी की अचानक हुई इस हरकत से कोर्ट परिसर में मौजूद हर कोई सन्न रह गया। बताया गया कि सुनवाई के लिए अगली तारीख मिलने पर वह भड़क गया था। घटना के समय न्यायालय परिसर में मौजूद वकील और पहरी विचाराधीन कैदी को पकड़कर बाहर लेकर आए। वहीं, सूचना मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और विचाराधीन कैदी को जेल छोड़कर आए। इस मामले में मजिस्ट्रेट की पेशकार बबीता जैन ने विचाराधीन कैदी के खिलाफ कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है।